रंगियोरा (न्यूजीलैंड), एक मार्च विश्व कप में पहली बार 22 साल पहले भाग लेने के बाद अब महिलाओं के इस महत्वपूर्ण क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत की अगुवाई करने के लिये तैयार मिताली राज ने कहा कि उन्होंने अपने लंबे करियर में लगभग सब कुछ हासिल किया है लेकिन इस प्रतिष्ठित ट्राफी को प्राप्त करने का उनका सपना अब भी अधूरा है।
मिताली न्यूजीलैंड में ही 2000 में खेले गये विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा थी। इसके दो दशक से भी अधिक समय बाद वह इसी देश में अपनी टीम की कप्तानी कर रही हैं।
इस बीच 2017 में ऐसा समय भी आया जब उनकी टीम फाइनल में इंग्लैंड से हार गयी थी। इसके अलावा वह 2005 में दूसरे स्थान पर रही टीम का भी हिस्सा थी।
मिताली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा पोस्ट किये गये वीडियो में कहा, ‘‘मैंने विश्व कप 2000 से लेकर लंबी राह तय की है। वह विश्व कप भी न्यूजीलैंड में ही खेला गया था। टाइफॉयड होने के कारण मैं उस विश्व कप के मैचों में नहीं खेल पायी थी। अब मैं फिर से यहां हूं। यह लंबी यात्रा रही है और मैं इसका सुखद अंत करना चाहती हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहती हूं कि हमारे सभी खिलाड़ी विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करें। इससे भारत को यह प्रतिष्ठित कप हासिल करने में मदद मिलेगी। ’’
भारत पिछली श्रृंखला में न्यूजीलैंड से 1-4 से हार गया था लेकिन मिताली ने कहा कि उनकी टीम चार मार्च से तीन अप्रैल तक होने वाले विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप से पहले हम जिन क्षेत्रों में सुधार करना चाहते थे उन पर हमने पिछली श्रृंखला और उससे पहले के मैचों पर ध्यान दिया। टीम अब लगातार 250 से अधिक का स्कोर बना रही है और विश्व कप में भी हम इसे बरकरार रखने की कोशिश करेंगे।’’
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