नयी दिल्ली, 28 अगस्त केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आजादी के 75 वर्षों के जश्न "अमृत महोत्सव" के अन्तर्गत शनिवार को यहां ‘‘मेरा वतन, मेरा चमन” मुशायरे का आयोजन किया गया, जिसमें देश के जाने-माने शायरों ने आजादी के महानायकों को याद करते हुए "आजादी के जश्न" के साथ-साथ "बंटवारे के जख्म" पर अपनी रचनाएं पेश कीं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, इस अवसर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "मुशायरे, कवि सम्मेलन आदि भारत की शानदार धरोहर हैं, इनके जरिये हम "अनेकता में एकता" की हिंदुस्तानी तहज़ीब की ताकत को और मजबूती देते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के कार्यक्रम जहां एक तरफ शांति, सामाजिक समरसता के संदेश का प्रसार करते हैं, वहीँ ऐसे आयोजन हमारे राष्ट्रवादी संकल्प और “नए भारत” के निर्माण के लक्ष्य को ताकत और ताज़गी देते हैं।’’
नकवी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम भारत की शानदार कला, साहित्य और अदब की विरासत से नई पीढ़ी को रूबरू भी कराते हैं।
इस मुशायरे में वसीम बरेलवी, शबीना अदीब, मंजर भोपाली, डा. वी. पी. सिंह जैसे जाने-माने शायरों ने अपने कलाम से लोगों को रूबरू कराया।
इस अवसर पर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, सैयद जफर इस्लाम, भाकपा नेता अतुल कुमार अंजान, दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सिद्धार्थ मृदुल समेत कई अन्य हस्तियां मौजूद थीं।
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