देहरादून, 02 सितंबर: सोशल मीडिया में एक वीडियो पोस्ट किया जा रहा है जिसमें एक दक्षिणपंथी संगठन के सदस्य ऋषिकेश के अमित ग्राम इलाके में हथौड़े तथा जेसीबी मशीन के जरिए दो मज़ारों को तोड़ते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में दो युवकों को ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए और हथौडों से मज़ारों को तोड़ते देखा जा सकता है. वीडियो में इसके बाद एक जेसीबी मशीन मज़ारों का मलबा हटाते दिखाई दे रही है. इसमें एक व्यक्ति यह भी कह रहा है कि राज्य में जहां कहीं भी इस प्रकार की अवैध मज़ारें होंगी, उन्हें तोड़ा जाएगा. उसने कहा, ‘‘यह देवभूमि है, मज़ारभूमि नहीं.’’
राज्य के विभिन्न हिस्सों में अतिक्रमण रोधी अभियान चल रहा है और इस अभियान के तहत कई मज़ारों को तोड़ा गया है. हालांकि इस मामले में यह तोड़-फोड़ प्रशासन ने नहीं बल्कि हिंदूवादी संगठन-देवभूमि रक्षा अभियान ने की है. देवभूमि रक्षा अभियान के अध्यक्ष स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि उन्हें उन जमीन मालिकों से मज़ारें तोड़ने की अनुमति मिली है, जिनकी जमीनों पर ये बनी हुई थीं.
उन्होंने कहा, ‘‘ जिस जमीन में मज़ारें बनी हैं वे दो हिंदुओं की हैं. उन्होंने हमें इसे ढहाने की अनुमति दी. हमने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में यह काम किया.’’
देवभूमि रक्षा अभियान के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ ऋषिकेश के गुमानीवाला और श्यामपुर इलाकों में ऐसी 25-30 मजा़रें हैं। हम उन्हें भी तोड़ेंगे. देवभूमि पर मज़ारें बनाना हमारे धर्म पर प्रहार है2.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अगर आप ये करना चाहते हैं तो कहीं और जा कर करिए, लेकिन देवभूमि को बख्श दीजिए.’’ ऋषिकेश कोतवाली के प्रभारी खुशीराम पांडे ने कहा कि इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (बयान या किसी कृत्य के माध्यम से शत्रुता या घृणा को बढ़ावा देना अथवा पूजास्थल पर अपराध करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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