नयी दिल्ली, 20 नवंबर : दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा वालकर हत्याकांड में उसके शव के शेष हिस्सों को बरामद करने के लिए रविवार को छतरपुर के जंगलों समेत राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में नए सिरे से तलाशी अभियान चलाया. इसमें वह इलाका भी शामिल है जहां आरोपी आफताब पूनावाला और वालकर साथ रहा करते थे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. पुलिस ने वालकर के शव के शेष हिस्सों और हत्या में प्रयुक्त हथियार को बरामद करने की कोशिश में महरौली और पूनावाला के फ्लैट में तलाशी अभियान तेज़ कर दिया है. पूनावाला की पुलिस हिरासत मंगलवार को खत्म हो रही है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की एक टीम गुड़गांव के वन क्षेत्र में खोज कर रही है. ये वन उस कार्यालय के पास है जहां पूनावाला पहले काम करता था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की एक दूसरी टीम सबूत इकट्ठा करने के लिए उस फ्लैट पर गई जहां पूनावाला और वालकर रहते थे.
पूनावाला के नारको टेस्ट की इजाजत मिल गई है. यह जांच यहां रोहिणी में डॉ बाबा साहेब आम्बेडकर अस्पताल में होगी. यह पूनावाला की पुलिस हिरासत खत्म होने से एक दिन पहले संभवत: सोमवार को हो सकती है. इस बीच महाराष्ट्र के पालघर में एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की एक टीम रविवार को जिले में है और तीन लोगों को हत्याकांड के सिलसिले में उनका बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है. उन्होंने बताया कि वसई अपराध शाखा के दफ्तर में बयान दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है. अधिकारी ने बताया कि ये तीनों लोग वालकर को जानते थे. अधिकारी ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी. दिल्ली पुलिस की टीम पालघर जिले में वसई के मणिकपुर में हैं. पीड़िता इसी इलाके की रहने वाली है. पूनावाला और वालकर दिल्ली जाने से पहले इसी इलाके में रहते थे. यह भी पढ़ें: कांग्रेस ने शिवाजी महाराज पर टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग की
अधिकारियों ने पहले बताया था कि दिल्ली पुलिस की टीम ने शनिवार को पालघर में चार लोगों के बयान दर्ज किए थे. उनके मुताबिक, इन चार में से दो वे व्यक्ति हैं जिनसे वालकर ने पूनावाला की ओर से प्रताड़ित किए जाने के बाद 2020 में उनसे मदद मांगी थी. अन्य दो लोगों में एक शख्स मुंबई के उस कॉल सेंटर का पूर्व प्रबंधक है जहां वालकर काम करती थी और दूसरी एक महिला है जो वालकर की सहेली थी. पुलिस के अनुसार, पूनावाला ने 18 मई को वालकर (27) को कथित तौर पर गला घोंटकर मार डाला था और उसके शरीर के 35 टुकड़े करके दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखे थे. इन टुकड़ों को वह कई दिनों तक आधी रात के बाद शहर में कई जगहों पर फेंकता रहा था.