GTB अस्पताल में गलत पहचान पर मरीज की हत्या करने के मामले में ‘मास्टमाइंड’ मेरठ से गिरफ्तार
दिल्ली के गुरुतेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में गलत पहचान के कारण एक मरीज की गोली मारकर हत्या करने के मामले के कथित मुख्य साजिशकर्ता को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
नयी दिल्ली, 26 सितंबर : दिल्ली के गुरुतेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में गलत पहचान के कारण एक मरीज की गोली मारकर हत्या करने के मामले के कथित मुख्य साजिशकर्ता को उत्तर प्रदेश के मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने इससे पहले उसकी तलाश में दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पंजाब में कई स्थानों पर छापे मारे थे. अधिकारियों ने बताया कि फहीम उर्फ बादशाह (30) ने एक गैंगस्टर के निर्देश पर बाबरपुर इलाके में अपने फ्लैट में जीटीबी अस्पताल में हत्या की वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी. पुलिस ने कहा कि उसने दो अवैध हथियार और 19 कारतूस खरीदे थे और इस हथियार को उसने अपने प्रतिद्वंद्वी वसीम की हत्या के लिए कथित तौर पर अपने शूटर को दिया था.
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), अपराध शाखा, संजय कुमार सैन ने बताया, “जीटीबी अस्पताल के वार्ड में रियाजुद्दीन (35) नामक व्यक्ति की हत्या के संबंध में 14 जुलाई को जीटीबी एन्क्लेव थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.” उन्होंने बताया कि गलत पहचान के कारण हुई हत्या के मामले में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन हत्याकांड का ‘मास्टरमाइंड’ फरार था. गिरफ्तार किए गए लोगों में अस्पताल में घुसने और वहां से फरार होने वाले लोग तथा दो शूटर शामिल थे. डीसीपी ने कहा, “आखिरकार फहीम को बुधवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ में राजमार्ग के पास से गिरफ्तार कर लिया गया.” उसने पुलिस को बताया कि वह 2019 में दिल्ली आया और एक प्रॉपर्टी डीलर के साथ काम करना शुरू किया. अधिकारी ने फहीम के बारे में बताया कि प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर काम करते हुए वह एक कुख्यात गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आया और छोटे-मोटे अपराधों में शामिल हो गया. यह भी पढ़ें : Ghaziabad Shocker: गाजियाबाद पुलिस ने बजरिया स्थित 4 होटलों में की छापेमारी, 18 पुरुषों और महिलाओं को आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा; VIDEO
अगस्त 2023 में उसे सराय रोहिल्ला में लूट के एक मामले में गिरफ्तार किया गया और करीब दस महीने जेल में बिताने पड़े. जून 2024 में जेल से बाहर आने के बाद उसके गिरोह के एक सदस्य ने उसे प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर वसीम की हत्या करने की साजिश रचने को कहा. डीसीपी ने बताया कि अनस, फैज, अमन, फरहान, मोइन, फैजान, सैफ और शावेज को भी साजिश का हिस्सा बनाया गया था. उन्होंने बताया कि फहीम और उसके गिरोह का निशाना वसीम से चूक गया और गोली जीटीबी अस्पताल में एक अन्य मरीज रियाजुद्दीन को लगी.