जरुरी जानकारी | बाजार में तेजी लौटी, सेंसेक्स 254.57 अंक मजबूत; पर साप्ताहिक आधार पर गिरावट

मुंबई, 16 अक्टूबर घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लिवाली बढ़ने से तेजी लौट आई और बीएसई सेंसेक्स 254.57 अंक की बढ़त के साथ 39,982.98 अंक पर बंद हुआ। बैंक, धातु और आईटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी का रुख रहा।

उतार-चढ़ाव वाले कारोबार में तीस शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स 254.57 अंक यानी 0.64 प्रतिशत मजबूत होकर 39,982.98 अंक पर बंद हुआ।

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इससे पहले बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 1,066.33 अंक की गिरावट के साथ 39,728.41 अंक पर बंद हुआ था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में एनएसई निफ्टी 82.10 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,762.45 अंक पर बंद हुआ।

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सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में टाटा स्टील रही। इसमें 5.38 प्रतिशत की तेजी आयी। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावरग्रिड, ओएनजीसी, कोटक बैंक और एक्सिस बैंक में भी तेजी रही।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 24 लाभ में रहे।

दूसरी तरफ एचसीएल टेक को सर्वाधिक 3.76 प्रतिशत नुकसान हुआ। कंपनी का लाभ दूसरी तिमाही में 18.5 प्रतिशत बढ़कर 3,142 करोड़ रुपये रहने के बावजूद शेयर नीचे आया।

इसके अलावा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, नेस्ले इंडिया और सन फार्मा नुकसान में रहीं।

साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 526.51 अंक यानी 1.29 प्रतिशत नीचे आया जबकि निफ्टी में 151.75 अंक यानी 1.27 प्रतिशत की गिरावट रही।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कल (बृहस्पतिवारी) की बड़ी गिरावट के बाद बाजार आज थोड़ा ऊपर आया है। लेकिन कुल मिलाकर प्रवृत्ति अभी भी कमजोर बनी हुई है... पिछले उच्च स्तर से बाजार के ऊपर पहुंचने और कोविड-19 के पूर्व स्तर के करीब होने के साथ बाजार में उतार-चढ़ाव आया। यह स्थिति कुछ समय के लिये बनी रह सकती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘निफ्टी के लिये 11,500 के स्तर पर एक मजबूत आधार है ... बाजार का नजरिया कंपनियों के दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम तथा प्रोत्साहन योजनाओं को लेकर सकारात्मक है। आईटी, दूरसंचार, औषधि और बैंक ऐसे क्षेत्र हैं जहां निवेशकों की नजर होगी।’’

इस बीच, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया किसी ठोस संकेत के अभाव में 73.35 पर लगभग स्थिर बंद हुआ।

दुनिया के कुछ देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण वैश्विक बाजारों में मिला-जुला रुख रहा।

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