जरुरी जानकारी | ‘तीन साल में बाजार पूंजीकरण में 400 अरब डॉलर की होगी वृद्धि, भारत पांचवां सबसे बड़ा बाजार होगा’

मुंबई, 20 सितंबर नये आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आईपीओ) से अगले तीन साल में कुल बाजार पूंजीकरण में 400 अरब डॉलर की वृद्धि में मदद मिलेगी। इसके साथ भारत बाजार पूंजीकरण के लिहाज से दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा बाजार होगा। एक अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी ने सोमवार को यह कहा।

उसने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आईपीओ गतिविधियों में तेजी को देखते हुए यह अनुमान जताया गया है। इस साल की शुरूआत से अब तक कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये 10 अरब डॉलर जुटाये हैं। यह इससे पहले तीन साल में जुटायी गयी राशि से अधिक है।

ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्श ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि जिस तरीके से बड़े स्टार्टअप (यूनिकार्न) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लाने की घोषणा की है.... अगले 12 से 24 महीनों के दौरान आईपीओ गतिविधियां तेज बनी रहेंगी।’’

एक अरब डॉलर और उससे अधिक के मूल्यांकन वाली स्टार्ट अप कंपनियां यूनिकार्न कहलाती हैं। इंटरनेट व्यवस्था बेहतर होने, निजी पूंजी की उपलब्धता और अनुकूल नियामकीय परिवेश से हाल के वर्ष में इनकी संख्या बढ़ी है।

अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार, ‘‘हमारा अनुमान है कि अगले 2-3 साल में नये आईपीओ से बाजार पूंजीकरण में करीब 400 अरब डॉलर का इजाफा हो सकता है। भारत का बाजार पूंजीकरण मौजूदा 3,500 अरब डॉलर से बढ़कर 2024 तक 5,000 अरब डॉलर हो सकता है। भारत बाजार पूंजीकरण के लिहाज से पांचवां सबसे बड़ा बाजार होगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह भारत, फ्रांस को पीछे छोड़ते हुए बाजार पूंजीकरण के लिहाज दुनिया का छठा सबसे बड़ा बाजार बन गया।

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