पुणे (महाराष्ट्र), 20 नवंबर सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे-पाटिल ने सोमवार को मराठा आरक्षण की अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि समुदाय सरकारी नौकरियों और शिक्षा में अपना वाजिब आरक्षण चाहता है।
जरांगे ने मराठाओं से बातचीत करने और आरक्षण के मुद्दे को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्य के कुछ हिस्सों की अपनी यात्रा के तहत महाराष्ट्र के पुणे शहर के खरादी इलाके में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया।
सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि दस्तावेजों की जांच (सरकार द्वारा नियुक्त समिति द्वारा) से उन्हें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार अब तक 29 लाख मामले ऐसे पाए गए हैं जहां मराठाओं से संबंधित दस्तावेजों में ‘‘कुनबी’’ का उल्लेख है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह तथ्य है, तो मराठा समुदाय को पिछले 70 वर्षों से आरक्षण से वंचित क्यों किया गया? अगर दस्तावेजों में मराठाओं के पास कुनबी का उल्लेख होने के प्रमाण हैं, तो हमें उस व्यक्ति का नाम जानना होगा जिसने मराठाओं को आरक्षण से वंचित रखा।’’
जरांगे ने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार को और समय नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपना वाजिब आरक्षण चाहते हैं और हम इसे हासिल करके रहेंगे।‘‘
जनसभा से पहले यहां जरांगे के समर्थन में बाइक रैली निकाली गयी।
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