पालघर/जालना, चार सितंबर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने सोमवार को कहा कि मराठा समुदाय को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के प्रावधानों को प्रभावित किए बिना नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण दिया जाना चाहिए।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) की यहां एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने एक सितंबर को जालना जिले में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की।
उन्होंने कहा, मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का समर्थन करने वाली आरपीआई पहली पार्टी थी। एससी और एसटी को प्रदान किए गए आरक्षण को प्रभावित किए बिना उन्हें आरक्षण दिया जाना चाहिए।
अन्य मुद्दों पर आठवले ने कहा कि वह पालघर में एक बाबासाहेब आंबेडकर भवन और एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे।
यहां प्रस्तावित वाधवन बंदरगाह के संदर्भ में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि कोई अच्छी परियोजना आ रही है तो सभी हितधारकों को चर्चा करनी चाहिए और एक सौहार्दपूर्ण समाधान ढूंढना चाहिए। इस परियोजना का मछुआरा समुदाय विरोध कर रहा है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार के तहत चंद्रयान-3 मिशन की सफलता ने देश की प्रतिष्ठा बढ़ाई है।
उधर, जालना में मराठा क्रांति मोर्चा (एमकेएम) के एक पदाधिकारी ने सोमवार को दावा किया कि ‘‘विशेष दक्षिणपंथी विचारधारा वाले एक विशिष्ट समूह’’ ने यहां मराठा आरक्षण के लिए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में घुसपैठ की और एक सितंबर को हिंसा भड़काई।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एमकेएम समन्वयक संजय लाखे पाटिल ने कहा, ‘‘एक विशेष दक्षिणपंथी विचारधारा के एक विशिष्ट समूह ने शांतिपूर्ण विरोध में घुसपैठ की और हिंसा भड़काई, जिससे मराठा समुदाय की प्रतिष्ठा धूमिल हुई। मराठा क्रांति मोर्चा का आरक्षण की मांग को लेकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का इतिहास रहा है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘शुक्रवार की घटना के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल का प्रयोग किया गया।’’
इस बीच, जमात-ए-इस्लामी हिंद (महाराष्ट्र) के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपने अध्यक्ष मौलाना इलियास खान के नेतृत्व में सोमवार को भूख हड़ताल स्थल का दौरा किया और इस मुद्दे पर समर्थन का आश्वासन दिया।
खान ने प्रदर्शनकारी मनोज जारांगे पाटिल से भी मुलाकात की। जारांगे मराठा समुदाय के लिए नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)