ईटानगर, 20 दिसंबर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने दावा किया कि प्रस्तावित सियांग अपर बहुउद्देशीय परियोजना (एसयूएमपी) के खिलाफ ग्रामीणों को गुमराह करने के लिए गलत सूचना प्रसारित की जा रही है।
खांडू ने कहा कि जो लोग कथित तौर पर परियोजना के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को भड़का रहे हैं, वे जलविद्युत सुविधा की क्षमता को लेकर भ्रमित हैं।
उन्होंने सियांग जिले के बोलेंग में आयोजित एक कार्यक्रम में पूछा, ‘‘मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे नहीं पता कि परियोजना से कितनी बिजली पैदा होगी। यहां तक कि एनएचपीसी को भी इसकी जानकारी नहीं है। जब सर्वेक्षण और जांच प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है, तो आपको परियोजना की क्षमता के बारे में कैसे पता?’’
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यदि आप बांध नहीं चाहते हैं, यदि आप जलविद्युत परियोजना नहीं चाहते हैं, तो कोई परियोजना नहीं होगी...मुद्दा खत्म।"
खांडू ने यह भी कहा कि परियोजना केवल जलविद्युत उत्पादन के लिए ही नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बहुउद्देशीय परियोजना है तथा इसकी परिकल्पना भारत सरकार और नीति आयोग ने की है...जलविद्युत उत्पादन बहुउद्देशीय परियोजना का एक उप-उत्पाद है। परियोजना का वास्तविक उद्देश्य सियांग और इस नदी से अनादि काल से जुड़े समाज को बचाना है।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, खांडू ने कहा कि चीन ने पहले ही एक परियोजना के निर्माण को मंजूरी दे दी है, जो ऊपरी सियांग में भारत में प्रवेश करने से ठीक पहले नदी पर लगभग 60,000 मेगावाट की विशाल बिजली पैदा करेगी।
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