विदेश की खबरें | फिलीपीन में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद कई गांवों को खाली कराया गया
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

ज्वालामुखी फटने के बाद उससे गैस तथा राख का विशाल गुबार निकलता देखा गया और मलबे के साथ अत्यधिक गर्म लावा पश्चिमी ढलानों से नीचे की ओर बहता दिखा।

केंद्रीय नीग्रोस द्वीप पर माउंट कनलाओन ज्वालामुखी में हुए हालिया विस्फोट में तत्काल कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन चेतावनी को एक स्तर और बढ़ा दिया गया है जो और अधिक तीव्र विस्फोट होने की आशंका जता रही है।

फिलीपीन के मुख्य ज्वालामुखी विज्ञानी टेरेसिटो बैकोलकोल और अन्य अधिकारियों ने बताया कि ज्वालामुखी की राख एंटीक प्रांत सहित पश्चिम में 200 किलोमीटर से अधिक दूर तक समुद्री क्षेत्र में गिरी। राख के गुबार की वजह से दृश्यता कम हो गई और स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो गया।

फिलीपीन के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अनुसार, कनलाओन ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण सोमवार और मंगलवार को कम से कम छह घरेलू उड़ानें और सिंगापुर जाने वाली एक उड़ान रद्द कर दी गईं तथा दो स्थानीय उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया।

नागरिक सुरक्षा कार्यालय ने बताया कि कनलाओन के पश्चिमी और दक्षिणी ढलानों के निकटवर्ती कस्बों और गांवों से तत्काल बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला जा रहा है। इसमें नेग्रोस ऑक्सिडेंटल का ला कास्टेलाना शहर भी शामिल है, जहां छह किलोमीटर के दायरे में खतरे वाले क्षेत्र से लगभग 47 हजार लोगों को निकाला जाना है।

शहर के मेयर रूमीला मंगिलिमुटन ने बताया कि मंगलवार को सुबह तक छह हजार से अधिक लोग बचाव केंद्रों में चले गए हैं। इसके अलावा कई लोग कुछ दिनों के लिए ला कास्टेलाना में अपने रिश्तेदारों के घर चले गए हैं।

राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने कहा कि अधिकारी बड़ी संख्या में विस्थापित हो रहे ग्रामीणों को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं और उनके सामाजिक कल्याण सचिव मंगलवार सुबह प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हो गए हैं।

मार्कोस ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम उन परिवारों को सहायता देने के लिए तैयार हैं जिन्हें छह किलोमीटर के खतरे वाले क्षेत्र से बाहर निकाल दिया गया है।’’

विषैली ज्वालामुखी गैसों से प्रदूषण के खतरे के कारण सरकारी वैज्ञानिक वायु की गुणवत्ता पर निगरानी रख रहे हैं, जिसके चलते सोमवार के विस्फोट से प्रभावित क्षेत्रों से अधिक लोगों को निकालने की आवश्यकता हो सकती है।

प्राधिकारियों ने स्कूल बंद कर दिए हैं तथा सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्रों में रात्रिकालीन कर्फ्यू लगा दिया।

फिलीपीन के ज्वालामुखी एवं भूकंप विज्ञान संस्थान ने कहा कि सोमवार दोपहर को कानलाओन ज्वालामुखी के लगभग चार मिनट तक विस्फोट से ‘पाइरोक्लास्टिक’ घनत्व धारा (गैस, राख, मलबे और चट्टानों की एक अत्यधिक गर्म धारा जो अपने रास्ते में आने वाली किसी भी चीज को जलाकर राख कर सकती है) उत्पन्न हुई।

कनलाओन के आसपास सोमवार को चेतावनी प्रणाली के तीसरे उच्चतम स्तर पर अलर्ट रखा गया था, जो ‘‘मैग्मैटिक विस्फोट’’ शुरू होने और आगे चलकर भारी विस्फोट होने की आशंका दर्शाता है।

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