इंफाल, छह दिसंबर मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने बुधवार को तेंगनौपाल जिले के लीथू गांव में सशस्त्र समूहों द्वारा 13 लोगों की हत्या की निंदा की और इस घटना पर चुप्पी के लिए राज्य सरकार से सवाल किया।
एमपीसीसी प्रमुख के. मेघचंद्र ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सोमवार को 13 लोगों की नृशंस हत्या की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।’’
मेघचंद्र ने कहा, ‘‘राज्य में हिंसा शुरू हुए सात महीने से अधिक समय हो गया है। स्थिति से निपटने में सरकार की विफलता चिंताजनक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एमपीसीसी इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चुप्पी से निराश है।’’
मेघचंद्र ने कहा, ‘‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) और कांग्रेस नेताओं ने घटना पर चिंता व्यक्त की है। केंद्र और राज्य में भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार कोई बयान देने में विफल रही है। लोग जानना चाहते हैं कि ऐसी हिंसा और हत्याएं कब तक जारी रहेंगी।’’
मेघचंद्र ने कहा, ‘‘जब भी जानमाल की हानि वाली कोई घटना होती है तो प्रधानमंत्री हमेशा अपनी चिंता साझा करते हैं। लेकिन सैकड़ों लोगों के मारे जाने, 60,000 से अधिक लोगों के विस्थापित होने और सैकड़ों लोगों के बेघर होने के बावजूद उन्होंने मणिपुर पर कोई टिप्पणी नहीं की है।’’
कांग्रेस नेता ने राज्य के तीनों सांसदों से संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के दौरान मणिपुर का मुद्दा उठाने की अपील की।
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