इंफाल, 27 दिसंबर मणिपुर के इंफाल ईस्ट जिले में शुक्रवार को हथियारबंद लोगों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम दो लोग घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र के हथियारबंद लोगों ने सनसाबी और थमनापोकपी गांवों में गोलीबारी और बमबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और गोलीबारी मुठभेड़ में तब्दील हो गयी।
सनसाबी गांव में हुई गोलीबारी में दो लोग घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि 37 वर्षीय हरिदास नाम के पुलिसकर्मी के बाएं कंधे में गोली लगी है और उसे अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया।
अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि उसकी एक छोटी सर्जरी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक अन्य ‘ग्राम स्वयंसेवक’ के हाथ में मामूली चोटें आईं, जिसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है।
गांव के स्वयंसेवक पहाड़ियों से आए हथियारबंद लोगों के खिलाफ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के साथ थे।
अधिकारी ने बताया, ‘‘पहाड़ी से हथियारबंद लोगों ने सुबह करीब 10 बजकर 45 मिनट पर सनसाबी गांव और आस-पास के इलाकों में अंधाधुंध गोलीबारी और बमबारी करना शुरू कर दिया, जिसके कारण सुरक्षाकर्मियों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।’’
हथियारबंद लोगों और सुरक्षाकर्मियों के बीच गोलीबारी शुरू होने पर स्थानीय लोग इधर-उधर भागने लगे।
अधिकारी ने बताया, ‘‘हथियारबंद लोगों ने पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे जिले के थामनपोकपी गांव में भी हमला किया, जिससे लोगों में दहशत फैल गई।’’
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर्मियों सहित सुरक्षा बलों ने गोलीबारी के बीच फंसी कई महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की जान बचाई।
पिछले वर्ष मई से मणिपुर में मेइती और कुकी-जो समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।
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