इम्फाल, 15 मार्च मणिपुर सरकार इस साल से 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए ‘ग्रेडिंग’ प्रणाली शुरू करेगी। एक अधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
संयुक्त सचिव, शिक्षा विभाग एलांगबाम सोनिया द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में कहा गया कि हाईस्कूल लीविंग सर्टिफिकेट के लिए ‘ग्रेडिंग’ प्रणाली में कोई डिवीजन या रैंक नहीं दिया जाएगा।
बयान के अनुसार, ‘‘‘ग्रेडिंग’ प्रणाली शुरू किये जाने के साथ ही दस्तावेज में कोई कुल डिविजन/रैंक नहीं अंकित होगा। इसमें केवल उत्तीर्ण/अनुत्तीर्ण ही प्रकाशित किया जाएगा।’’
इसके अनुसार बोर्ड परीक्षा में 91 से 100 अंक पाने वाले छात्रों को ए1 और 81 से 90 अंक पाने वालों को ए2 ग्रेड दिया जाएगा। 21 से 30 अंक पाने वालों को ई1 और ई2 ग्रेड पाने वाले छात्रों को अनुत्तीर्ण माना जाएगा।
इसमें कहा गया, ''सरकार ने यह महसूस किया कि छात्रों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा प्रदर्शन में सुधार के लिए अच्छा है लेकिन यह भी देखने होगा कि इससे छात्रों को तनाव न हो और वे परिणाम से निराश न हों।''
इसमें कहा गया है कि ‘ग्रेडिंग’ प्रणाली छात्रों पर तनाव और बोझ को कम करती है जिससे वे कम तनाव के साथ ज्ञान अर्जित कर सकते हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के 154 परीक्षा केंद्रों पर 15 मार्च से 8 अप्रैल तक आयोजित होने वाली मेट्रिक परीक्षा में कम से कम 37,715 छात्र परीक्षा देंगे जिनमें 18,628 छात्राएं शामिल होंगी।
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