इंफाल, 27 नवंबर मणिपुर की इंफाल घाटी में 16 नवंबर को विधायकों और मंत्रियों के आवास पर तोड़फोड़ में संलिप्तता के आरोप में 46 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
जिरीबाम में हिंसा के बाद भीड़ ने इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन और कांग्रेस के एक विधायक के आवास में आग लगा दी थी।
भाजपा के जिन तीन विधायकों के आवास में आग लगाई गयी, उनमें से एक सरकार में मंत्री भी हैं।
सुरक्षा बलों और संदिग्ध कुकी-जो उग्रवादियों के बीच 11 नवंबर को हुई मुठभेड़ में 10 उग्रवादियों के मारे जाने के बाद जिरीबाम में राहत शिविर से मेइती समुदाय की तीन महिलाओं और तीन बच्चों के लापता होने के बाद हिंसा बढ़ गई थी।
बाद में इन लापता लोगों के शव बरामद किए गए।
विधायकों के आवास पर भीड़ द्वारा किए गए हमलों के सिलसिले में अब तक 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने बताया कि महिला थिंगबैजम सुशीला देवी को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने इस बीच बताया कि प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वार ग्रुप) के एक सक्रिय कार्यकर्ता को बिशनपुर जिले के नांबोल इलाके में जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि वैरोकपम नाओबा मेइती पर दुकान मालिकों और स्थानीय व्यापारियों से जबरन वसूली करने का आरोप है।
पुलिस के मुताबिक, नाओबा मेइती के पास से दोपहिया वाहन भी जब्त किया गया है।
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