नयी दिल्ली, 12 सितंबर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को कहा कि निपाह वायरस के कारण केरल के कोझिकोड जिले में दो लोगों की मौत हुई है. मांडविया ने कहा कि स्थिति का जायजा लेने और निपाह वायरस संक्रमण से निपटने में राज्य सरकार की सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम केरल भेजी गई है. केरल स्वास्थ्य विभाग ने कल रात जारी एक बयान में कहा कि सोमवार को कोझिकोड में बुखार के कारण दो लोगों की “अस्वाभाविक मौत” होने की सूचना मिली और मृतकों में से एक के रिश्तेदार भी ‘आईसीयू’ में भर्ती हैं.
मांडविया ने पत्रकारों से कहा कि यह पुष्टि हो गई है कि कोझिकोड में दो लोगों की मौत निपाह वायरस के कारण हुई. उन्होंने कहा कि स्थिति का जायजा लेने के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम राज्य में भेजी गई है और इससे राज्य सरकार को संक्रमण से निपटने में भी मदद मिलेगी.आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केरल के चार और लोगों के नमूने घातक वायरस के परीक्षण के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए हैं. इससे पहले दिन में, केरल सरकार ने कोझिकोड में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया और लोगों को एहतियात के तौर पर मास्क का उपयोग करने की सलाह दी.
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि सरकार दो लोगों की मौत को गंभीरता से ले रही है. हालांकि, उन्होंने कहा कि चिंता की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि जो लोग मृतक के निकट संपर्क में थे उनमें से अधिकांश का इलाज किया जा रहा है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर कोझिकोड की स्थिति का जायजा लिया.उन्होंने कहा कि जिले में पूरा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. कोझिकोड में 2018 और 2021 में भी निपाह वायरस से मौत हुई थीं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, निपाह वायरस संक्रमण जानवरों से लोगों में फैलता है। यह बीमारी दूषित भोजन या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकती है.
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