देश की खबरें | व्यापार सम्मेलन के उद्घाटन के लिए पीएम को ममता का आमंत्रण; टीएमसी, कांग्रेस में वाकयुद्ध

कोलकाता, 24 नवंबर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले वैश्विक व्यापार सम्मेलन के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिये गये आमंत्रण पर बुधवार को कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया। कांग्रेस ने दावा किया कि दोनों दलों (भाजपा-तृणमूल) के बीच ‘आपसी समझ’ अब जगजाहिर है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल और ममता बनर्जी विपक्षी एकता और कांग्रेस को नष्ट करने के मिशन पर भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।

तृणमूल ने पलटवार करते हुए कहा कि एक व्यापार सम्मेलन के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित करना गलत नहीं हो सकता है। साथ ही उसने कांग्रेस पर भाजपा के खिलाफ लड़ने में विफल रहने और खुद आत्मसमर्पण कर देने का आरोप लगाया।

चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ''हर कोई जानता है कि अगर कोई पार्टी भाजपा के खिलाफ लड़ सकती है, तो वह कांग्रेस है। इसलिए उन्होंने (भाजपा ने) कांग्रेस को कमजोर करने और खत्म करने का काम तृणमूल को सौंपा है। वे (टीएमसी) उनके (भाजपा के) आदेशों का पालन कर रहे हैं, लेकिन भारत में कांग्रेस को कोई खत्म नहीं कर सकता है। प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने से तृणमूल और भाजपा के बीच आपसी समझ जगजाहिर हो गयी है। तृणमूल आज बेनकाब हो गई है।’’

नई दिल्ली में बुधवार को मोदी से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अगले साल अप्रैल में पश्चिम बंगाल में होने वाले ‘बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट’ के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया है।

चौधरी के आरोपों से सहमति जताते हुए माकपा के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों ने महसूस किया है कि तृणमूल ने खुद को भाजपा का विकल्प बताकर किस प्रकार उन्हें गुमराह किया है।

तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि इन आरोपों को निराधार एवं राजनीति से प्रेरित बताया है।

तृणमूल कांग्रेस सरकार राज्य में निवेशक आमंत्रित करने के लिए 2015 से ‘बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट’ आयोजित करती आ रही है।

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