कोलकाता, चार फरवरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य के बजट सत्र के उद्घाटन दिवस में भाग लेने के बाद छह फरवरी को होने वाली 'एक राष्ट्र एक चुनाव' समिति की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को नयी दिल्ली पहुंचेंगी।
‘एक साथ चुनाव’ की अवधारणा से असहमति व्यक्त करते हुए बनर्जी ने पिछले महीने उच्च-स्तरीय समिति को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह भारत की संवैधानिक व्यवस्था की बुनियादी संरचना के खिलाफ होगा।
हालांकि, राज्य के लिए केंद्रीय निधि जारी करने की मांग को लेकर आयोजित धरने के दौरान बनर्जी ने कहा कि वह 'एक राष्ट्र एक चुनाव' को लेकर होने वाली बैठक के लिए पांच फरवरी को दिल्ली जाएंगी।
बनर्जी ने कहा, “उन्होंने एक विशेषज्ञ समिति बनाई है और उस पर मेरी राय मांगी है।”
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस के बीच संबंधों में तनाव के बीच वह दिल्ली की यात्रा करने वाली हैं। बनर्जी के हालिया बयानों से पता चला है कि टीएमसी पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।
उन्होंने इसपर भी संदेह जताया है कि कांग्रेस आम चुनावों में देश भर में 40 सीटों पर जीत हासिल कर पाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं एक दिन के लिए दिल्ली जाऊंगी, लेकिन राजनीति के लिए नहीं। पांच फरवरी की शाम को मैं दिल्ली जाऊंगी और छह फरवरी को दोपहर में समिति की बैठक में हिस्सा लेने के बाद लौट आऊंगी। राज्य का बजट आठ फरवरी को विधानसभा में पेश किया जाएगा।”
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व वाली समिति को मौजूदा संवैधानिक ढांचे को ध्यान में रखते हुए लोकसभा, राज्य विधानसभाओं, नगरपालिकाओं और पंचायतों के चुनाव एक साथ कराने की गुंजाइश का पता लगाने और सिफारिशें पेश करने के लिए कहा गया है।
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