देश की खबरें | विश्व और चर्च के भविष्य में भारत, एशिया की प्रमुख भूमिका: वेटिकन पदाधिकारी

पणजी, 27 नवंबर वेटिकन के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि ने बुधवार को कहा कि विश्व और चर्च का भविष्य भारत और एशिया और इसके लोगों से होकर गुजरता है।

गोवा के राज्यपाल पी. एस. श्रीधरन पिल्लई ने राजभवन में वेटिकन प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया, जिसका नेतृत्व आर्कबिशप एडगर पेना पारा कर रहे थे। आर्कबिशप एडगर पेना पारा वेटिकन में कैथोलिक चर्च में तीसरे सर्वोच्च पदाधिकारी हैं।

आर्चबिशप जॉर्ज जैकब कूवाकड और रोलांडास मकरिकस भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। यह प्रतिनिधिमंडल पुराने गोवा में सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों की प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए गोवा आया है। इस अवसर पर गोवा और दमन के आर्चबिशप कार्डिनल फिलिप नेरी फेराओ भी मौजूद थे।

एक सभा को संबोधित करते हुए, आर्चबिशप पारा ने कहा कि दुनिया में इस समय ‘‘संवाद को मजबूत करना और हमारे (समुदायों के) बीच संचार आवश्यक है।’’

उन्होंने कहा कि प्राधिकारियों और चर्च को एक-दूसरे से संवाद करने का प्रयास करना चाहिए और यही लोगों और देश को एकसाथ लाने का सबसे अच्छा तरीका है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि होली फादर (पोप) के दिल में भारत है। उनके दिल में एशिया है। हम जानते हैं कि दुनिया का भविष्य और चर्च का भविष्य भारत, एशिया और इन लोगों से होकर गुजरता है।’’

सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों की प्रदर्शनी के लिए अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए, आर्चबिशप ने कहा कि वे इस अनुभव से अभिभूत हैं कि कैसे सरकार चर्च के साथ मिलकर काम कर रही है (कार्यक्रम आयोजित करने के लिए)।

उन्होंने कहा, ‘‘संभवतः इस वर्ष 80 लाख लोग सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों को देखने आएंगे। लोग बहुत मेहनत कर रहे हैं और चर्च के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपके लिए पोप फ्रांसिस का आशीर्वाद और शुभकामनाएं लेकर आया हूं। जब मैं उनसे मिला, तो उन्होंने मुझे आपको, चर्च और सरकार को बधाई देने के लिए कहा।’’

गोवा के राज्यपाल पिल्लई ने शिक्षा क्षेत्र में चर्च की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने केरल के एक ईसाई स्कूल में पढ़ाई की है। मैं कह सकता हूं कि केरल भारत का शत-प्रतिशत साक्षर राज्य है, जिसका मुख्य कारण मिशनरी और केरल के ईसाई स्कूल हैं, जिन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद की।’’

पिल्लई ने कहा कि यह उनके जीवन और गोवा राजभवन के इतिहास का एक शुभ क्षण है, क्योंकि वे वेटिकन से आए नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत कर रहे हैं।

राज्यपाल ने कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि मैंने उच्च पदस्थ हस्तियों के इस प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया है, जिससे गोवा के लोगों को इस अवसर का जश्न मनाने का अवसर मिला है।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)