मुंबई, तीन दिसंबर महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए नागपुर के बजाय मुंबई में 14 और 15 दिसंबर को दो दिन के लिए आयोजित किया जाएगा। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।
परंपरागत रूप से महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आयोजन नागपुर में होता है जो राज्य की दूसरी राजधानी है । यह सत्र कम से कम दो सप्ताह तक चलता है।
अधिकारी ने कहा, “शीतकालीन सत्र सिर्फ दो दिन यानी 14 और 15 दिसंबर को आयोजित करने का फैसला बृहस्पतिवार को हुई कार्यमंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक के दौरान लिया गया।”
राज्य मंत्रिमंडल ने बुधवार को महामारी को आलोक में शीतकालीन सत्र के आयोजन स्थल को नागपुर से मुंबई स्थानांतरित करने के लिए राज्यपाल बी एस कोश्यारी से सिफारिश करने का फैसला किया था।
मंत्रिमंडल ने इस बात पर भी चर्चा की थी कि क्या सात दिसंबर से नागपुर में शुरू होने वाला सत्र दो से तीन दिन की अवधि के लिए आयोजित किया जा सकता है?
इससे पहले कोविड-19 महामारी के कारण राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र का आयोजन 22 जून के स्थान पर सात और आठ सितंबर किया गया था।
इस बीच, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने शीतकालीन सत्र मुंबई में केवल दो दिन के लिए आयोजित करने के फैसले पर नाराजगी जताई।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा,“ हम लंबे सत्र की उम्मीद कर रहे थे ताकि इससे राज्य में लोगों और किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो सके। लेकिन इस सरकार ने इसकी अवधि बढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।”
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