Maharashtra Rains: महाराष्ट्र में बारिश से मरने वालों की संख्या बढ़कर 164 हुई, उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी बारिश से जल-जमाव

महाराष्ट्र में 11 और शवों के बरामद होने के साथ ही बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 164 तक पहुंच गई. वहीं, उत्तर भारत के कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई जिसकी वजह से निचले इलाकों में जल जमाव देखने को मिला.

महाराष्ट्र में बारिश (Photo Credits: Twitter)

 Maharashtra Rains:  महाराष्ट्र में 11 और शवों के बरामद होने के साथ ही बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 164 तक पहुंच गई. वहीं, उत्तर भारत के कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई जिसकी वजह से निचले इलाकों में जल जमाव देखने को मिला.

गुजरात में भी भारी बारिश दर्ज की गई जिसकी वजह से कई स्थानों पर जल जमाव और नुकसान देखने को मिला और राज्य की 56 सड़कें यातायात के लिए बंद करनी पड़ी है. भारत मौसम विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है.

वहीं दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है जबकि अधिकतम और न्यूनतम तामपान 30 से 27 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है. जम्मू के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई जिसकी वजह से कुछ निचले इलाकों में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और कई घरों में भी पानी घुस गया। वहीं, जम्मू शहर के कलिका नगर इलाके में कुछ नालों के मरम्मत के काम में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों को लगाया गया है। पुलिस ने लोगों को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजर्माग से यात्रा करने से बचने की सलाह दी है. यह भी पढ़े: Maharashtra Floods: बाढ़, लैंडस्लाइड से महाराष्ट्र में अब तक 164 की मौत, 100 लोग अभी भी लापता

आईएमडी ने नवीनतम बुलेटिन में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश में 29 जुलाई तक बारिश होने की संभावना जताई है. शिमला स्थित मौसम केंद्र ने लोगों को सलाह दी है कि वे आने वाले दिनों में नदियों या अन्य जलाशयों के करीब नहीं जाए ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके। केंद्र ने आने वाले दिनों में राज्य में भारी बारिश की वजह से अचानक बाढ़, भूस्खलन और पेड़ों के उखड़ने की भी चेतावनी दी है. राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रविवार से ही बारिश हो रही है। राजस्थान के झालावाड़ जिले के गगरोन में सबसे अधिक 250 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में 205 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। राजस्थान के बूंदी, चुरू, जयपुर, चितौड़गढ़ और पिलानी में भी क्रमश: 30 मिमी, 14 मिमी, दो मिमी और 0.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

उत्तर प्रदेश में सोमवार को जारी मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार राज्य के चित्रकूट , सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और झांसी जिले में बारिश की सूचना है.वहीं, हरियाणा और पंजाब के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य के करीब है. भारत मौसम विज्ञान विज्ञान (आईएमडी) ने सोमवार को लगातार चौथे दिन ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए मध्यप्रदेश के 13 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जतायी. आईएमडी द्वारा जारी किया गया मौसम का यह अलर्ट मंगलवार सुबह तक के लिए है। मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले चार दिनों से बारिश हो रही है.

उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटो में मध्यप्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में बारिश हुई। रतलाम जिले के जावरा में सुबह साढ़े आठ बजे तक समाप्त हुए 24 घंटों की अवधि में पश्चिम मध्यप्रदेश में सबसे अधिक 260 मिमी बारिश हुई जबकि पूर्वी मध्यप्रदेश के छतरपुर शहर में सबसे अधिक 42.4 मिमी बारिश हुई. गुजरात में राज्य आपदा अभियान केन्द्र (एसईओसी) की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार सौराष्ट्र सहित गुजरात के अधिकतर हिस्सों में रविवार को सुबह छह बजे से सोमवार को सुबह छह बजे तक भारी से मध्यम वर्षा हुई। इस अवधि में सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट जिले के लोधिका तालुका में सबसे अधिक 198 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.

महाराष्ट्र में करीब 100 लोग अब भी लापता हैं जबकि प्रभावित क्षेत्रों से अभी तक 2,29,074 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है. महाराष्ट्र के रायगढ़ जिला प्रशासन ने पिछले सप्ताह भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से तबाह तालिए गांव में लापता हुए 31 लोगों की तलाश का काम सोमवार को बंद कर दिया. एक अधिकारी ने बताया कि इस बीच इरविन पुल पर कृष्णा नदी का जलस्तर सुबह 11 बजे 52.11 फुट था, जबकि खतरे का निशान 45 फुट पर है।.

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