लातूर, 10 सितंबर महाराष्ट्र के लातूर जिले में, मराठा आरक्षण पर उच्चतम न्यायालय द्वारा रोक लगाए जाने को लेकर बृहस्पतिवार शाम 25 वर्षीय व्यक्ति ने कथित तौर पर आत्महत्या करने का प्रयास किया।
पुलिस ने बताया कि घटना चाकुड़ तहसील कार्यालय में हुई। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। बताया गया है कि वह खतरे से बाहर है।
पुलिस ने कहा कि बोरगांव ग्राम के निवासी किशोर गिरिधर कदम ने 'एक मराठा, लाख मराठा' चिल्लाते हुए जहर पी लिया। मराठा समुदाय के लिये आरक्षण की मांग को लेकर हुए आंदोलन के दौरान यह नारा काफी लोकप्रिय हुआ था।
पुलिस ने कहा कि तहसीलदार डॉक्टर शिवानंद बिड़वे घटनास्थल पर पहुंचे और उसे अपने वाहन में चाकुड़ ग्राम अस्पताल ले गए।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संतोष कुमार डोपे ने कहा कि बाद में कदम को लातूर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। उसकी हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर है।
कदम की जेब से एक नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि मराठा आरक्षण पर आदेश के बाद उसका जीवन अर्थहीन हो गया है और उसने आत्महत्या करने का फैसला किया है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उच्चतम न्यायालय ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठा समुदाय को आरक्षण देने से संबंधित महाराष्ट्र के 2018 के कानून के कार्यान्वयन पर बुधवार को रोक लगा दी थी।
अदालत ने कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं को बड़ी संविधान पीठ के पास भेज दिया था।
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