
मुंबई, 13 अप्रैल: महाराष्ट्र के महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने विधवाओं को सम्मान देने के वास्ते उनके लिए 'गंगा भागीरथी' शब्द का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दिया.
लोढ़ा ने इस संबंध में बुधवार को अपने विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा था. यह भी पढ़ें: रोजगार मेले पर मल्लिकार्जुन खरगे का कटाक्ष: बहुत कम दिया और बहुत देर से दिया
मंत्री के प्रस्ताव की कुछ सामाजिक और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने आलोचना की और कहा कि ऐसे ‘अनुचित फैसलों’ के बजाय महिलाओं के लिए समान अधिकार और सामाजिक सुरक्षा के उपायों पर जोर दिया जाना चाहिए.
लोढ़ा ने पत्र में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए "दिव्यांग" शब्द का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया था और इससे दिव्यांग लोगों के प्रति समाज का नजरिया काफी बदला है. इसी तरह विधवाओं के लिए भी 'गंगा भागीरथी' शब्द के इस्तेमाल के वास्ते एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया जाना चाहिए.’’
हालांकि, कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसकी आलोचना की है. मंत्री ने बाद में एक बयान में कहा, "यह मुद्दा केवल विचाराधीन है और इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जब तक कोई प्रस्ताव पेश नहीं किया जाता है और विभाग में समुचित चर्चा नहीं की जाती, तब तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी.’’
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