मुंबई, चार मई महाराष्ट्र सरकार की ओर से गैर-निषिद्ध क्षेत्रों में गैर-जरूरी सामान समेत शराब की दुकानें खोले जाने की अनुमति देने के एक दिन बाद सोमवार को मुंबई और पुणे में शराब की दुकानों के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखी गईं। हालांकि, दुकानें बंद रहने से ग्राहकों को निराश ही लौटना पड़ा।
एक दुकान मालिक ने कहा कि आबकारी विभाग के विरोधाभासी संदेश के कारण दुकानें खोले जाने को लेकर संशय बना रहा। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शराब की दुकानों को बंद रखने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।
उपनगरीय कलीना के एक शराब दुकान मालिक ने कहा कि रविवार शाम को शराब की दुकान मालिकों को आबकारी विभाग का एक परिपत्र प्राप्त हुआ, जिसमें दुकानें नहीं खोलने को कहा गया था।
उन्होंने कहा, '' विभाग ने पहले ही हमारी दुकानों को सील किया है। मैंने अन्य शराब दुकान मालिकों से संपर्क किया। वे भी आबकारी विभाग की ओर से स्पष्ट आदेश मिलने तक दुकान खोलने का तैयार नहीं हैं।''
शराब खरीदने के लिए लोग सोमवार तड़के से ही दहिसर, माटुंगा, सांताक्रूज, मालवानी, कांदिवली और अन्य स्थानों पर कतार में खड़े थे लेकिन दुकानें नहीं खुलीं।
उपनगरीय सांताक्रूज में शराब लेने पहुंचे एक व्यक्ति ने कहा, '' पहले हमें पता चला कि रविवार रात को दुकानें खुलेंगी, जब हम वहां एकत्र हुए तो दुकानदारों ने कहा कि सोमवार सुबह से दुकान खोली जाएंगी। अब हम यहां तड़के से कतार में लगे हैं लेकिन दुकान नहीं खोली गई है। हमें किसी भी कीमत पर शराब चाहिए।''
पुणे में भी कोथरूड, विश्रंतवाडी और डेक्कन इलाके समेत कई जगहों पर शराब के लिए लंबी कतारें देखी गईं लेकिन दुकानें नहीं खुलीं।
वहीं, आबकारी विभाग के अधिकारी ने कहा कि विभाग और जिला प्रशासन इस बारे में आदेश जारी करेगा।
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