मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कंगना रनौत मामले से निपटने के तरीके को लेकर अप्रसन्नता जतायी है. इसके साथ ही कंगना के बंगले में ‘अवैध निर्माण’’ को गिराने के मुंबई नगर निकाय के तरीके से भी वह नाखुश हैं. उनके करीबी सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
सूत्रों ने कहा कि बुधवार को जिस समय बीएमसी की कार्रवाई चल रही थी, राज्यपाल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुख्य सलाहकार अजॉय मेहता को तलब किया और पूरे मामले पर अपनी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (मेहता को) राज्यपाल ने तलब किया था और उनसे अपनी नाराजगी जताई थी.’’
ठाकरे नीत शिवसेना का बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) पर नियंत्रण है. कंगना ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी. इसके बाद कंगना और शिवसेना के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया था. इसी वाकयुद्ध के बीच बीएमसी की एक टीम ने बुधवार को बांद्रा के पाली हिल इलाके में कंगना के बंगले में ‘‘अवैध निर्माण’’ को गिरा दिया था.
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