महाकुम्भ नगर (उप्र), 15 जनवरी कड़ाके की ठंड के बावजूद जोश और उत्साह से लबरेज श्रद्धालुओं ने बुधवार को महाकुम्भ में त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाई।
‘हर हर महादेव’, ‘जय श्री राम’ और ‘जय गंगा मैया’ के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालुओं ने संगम पर स्नान किया।
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के निवासी 62 वर्षीय निबर चौधरी ने कहा, ‘‘मैंने पहली बार संगम में डुबकी लगाई है। डुबकी लगाने के बाद वास्तव में एक दम तरोताजा महसूस हुआ।’’
चौधरी के साथ आए शिवराम वर्मा ने कहा कि उनका अनुभव अच्छा रहा और यहां प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था की है।
पहली बार यहां आईं लखनऊ निवासी नैंसी भी यहां की व्यवस्था को देखकर संतुष्ट नजर आईं।
उन्होंने कहा, ‘‘महाकुंभ में अब तक मेरा अनुभव अच्छा रहा है।’’
पड़ोसी जिले फतेहपुर के निवासी अभिषेक ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर अनुभव अच्छा रहा’’। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
कानपुर निवासी विजय कठेरिया ने महाकुंभ में किए गए सुरक्षा इंतजाम की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और सुरक्षा के लिहाज से पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है।’’
इससे पहले मंगलवार को विभिन्न अखाड़ों के संतों ने मकर संक्रांति के अवसर पर महाकुम्भ में पहला अमृत स्नान किया। मकर संक्रांति पर त्रिवेणी संगम में करीब 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई।
साधु-संतों ने पारंपरिक हथियारों के साथ प्रदर्शन कर उपस्थित श्रद्धालुओं को मोहित कर दिया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि भालेबाजी और तलवारबाजी से लेकर पूरे जोश में ‘डमरू’ बजाने तक, उनके प्रदर्शन सदियों पुरानी परंपराओं का जीवंत उदाहरण थे।
पुरुष नागा साधुओं के अलावा, महिला नागा संन्यासी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहीं।
महाकुम्भ मेला 26 फरवरी तक चलेगा।
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