इंदौर (मध्य प्रदेश), तीन मई. जिले में कोविड-19 की रोकथाम के लिए लागू जनता कर्फ्यू (Janata curfew) के उल्लंघन की सजा के तौर पर "मेंढक चाल" (Frog Race) चलने में नाकाम रहे एक व्यक्ति पर आग-बबूला होकर तहसीलदार (Tehsildar) ने उसे कथित रूप से जोरदार लात मार दी. इस वाकये के वीडियो के साथ एक नागरिक की शिकायत पर राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने सोमवार को इंदौर संभाग के आयुक्त, इंदौर (Indore) के जिलाधिकारी और देपालपुर (Depalpur) के तहसीलदार से हफ्ते भर में रिपोर्ट तलब की. आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. यह घटना इंदौर से 40 किलोमीटर दूर देपालपुर कस्बे में रविवार को सामने आई. घटना का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हो गया. इसमें पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उन लोगों को मेंढक चाल (दोनों पैरों के बल जमीन पर बैठकर मेंढक की तरह उछल-उछल कर चलना) चलने की सजा देते नजर आ रहे हैं जो जनता कर्फ्यू का उल्लंघन कर बाहर घूम रहे थे. यह भी पढ़ें- Madhya Pradesh Curfew: भोपाल में कोरोना कर्फ्यू 10 मई तक बढ़ा दिया गया.
In Indore district's Depalpur, tehsildar makes people roaming on the streets during the #COVID19 curfew to do frog jumps. pic.twitter.com/7jVgGSCmRk
— NDTV (@ndtv) May 3, 2021
गौरतलब है कि इंदौर, सूबे में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है जहां महामारी की दूसरी लहर की रोकथाम के लिए जनता कर्फ्यू (आंशिक लॉकडाउन) लागू है. कर्फ्यू के दौरान लोगों को बेहद जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने की इजाजत है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में 24 मार्च 2020 से लेकर अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 1,16,280 मरीज मिले हैं. इनमें से 1,163 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.