बेंगलुरु, 26 अप्रैल कर्नाटक में शुक्रवार को 14 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 69 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार शाम राज्य में 69.23 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ था और शाम छह बजे संपन्न हुआ।
कर्नाटक की इन 14 लोकसभा सीट में से सबसे अधिक मांड्या में 81.48 प्रतिशत दर्ज किया गया। इसके बाद कोलार में 78.07 प्रतिशत और सबसे कम मतदान बेंगलुरु मध्य में 52.81 प्रतिशत दर्ज किया गया।
कांग्रेस सभी 14 सीट पर चुनाव लड़ रही है जबकि भाजपा ने 11 सीट पर और उसके गठबंधन साझेदार जद(एस) ने तीन सीट - हासन, मांड्या और कोलार सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं।
इन तीन सीट के अलावा शुक्रवार को जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ उनमें उडुपी-चिकमंगलुरु, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मैसूरु, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु मध्य, बेंगलुरु दक्षिण और चिकबल्लापुर शामिल हैं।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और जद (एस) ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और इन दलों ने इन 14 लोकसभा क्षेत्रों में केवल एक-एक सीट हासिल की थी। भाजपा ने 11 में जीत हासिल की थी और मांड्या में पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई थी।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि कर्नाटक में कोई ‘‘मोदी लहर’’ नहीं है, लेकिन कांग्रेस सरकार की गारंटी योजनाओं के पक्ष में एक लहर है। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी राज्य में कुल 28 लोकसभा सीट में से लगभग 20 में जीत हासिल करेगी।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति, उनकी पत्नी एवं राज्यसभा सदस्य सुधा मूर्ति, पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ जैसी कई प्रमुख हस्तियों ने मतदान किया।
पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा ने हासन जिले के पदुवलाहिप्पे गांव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने पत्नी अनीता और बेटे निखिल के साथ रामनगर जिले के केथागनहल्ली में मतदान किया।
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