नयी दिल्ली, नौ अगस्त लोकसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर मुद्दे पर जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री के सदन में आने की मांग करते हुए हंगामा किया जिसके चलते निचले सदन की बैठक शुरू होने के करीब 45 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ और जापान के हिरोशिमा एवं नागासाकी में परमाणु बम गिराए जाने की घटना की बरसी का उल्लेख किया। इसके बाद सदन ने कुछ देर मौन रखकर भारत के स्वतंत्रता सेनानियों और जापान में परमाणु बम हमलों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी सदस्य नारेबाजी करने लगे। वे ‘प्रधानमंत्री सदन में आओ’, ‘मणिपुर को न्याय दो’ और ‘इंडिया-इंडिया’ के नारे लगा रहे थे।
सदन में विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह, कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश, संचार राज्य मंत्री देवू सिंह चौहान और कुछ अन्य मंत्रियों ने अपने-अपने मंत्रालयों से संबंधित पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए।
बिरला ने विपक्षी सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘आज मैंने सभी 20 प्रश्न लिये हैं। आपको कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए और सरकार से सवाल पूछने चाहिए।’’
उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा, ‘‘आप क्या संदेश देना चाहते हैं। देश की जनता आपसे जवाब मांगेगी। आपका यह तरीका ठीक नहीं है।’’
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर करीब 45 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
संसद के मानसून सत्र के आरंभ से ही मणिपुर मुद्दे पर सदन में गतिरोध चल रहा है। हालांकि सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को सदन में चर्चा आरंभ हुई। यह चर्चा बुधवार को भी जारी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को चर्चा का जवाब दे सकते हैं।
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