नयी दिल्ली, 11 मार्च बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के शनिवार को कथित ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले के सिलसिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के सामने पेश होने की संभावना नहीं है और उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए नयी तारीख की मांग की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि यादव को पहले चार मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह सीबीआई अधिकारियों के समक्ष पेश नहीं हुए थे, जिसके बाद शनिवार के लिए एक नयी तारीख दी गयी।
अधिकारियों के अनुसार अब तेजस्वी ने निजी कारणों से नयी तारीख की मांग की है।
सीबीआई ने हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से क्रमश: दिल्ली और पटना में पूछताछ की थी।
यह मामला रेलवे में कथित तौर पर नौकरी पाने के लिए लालू प्रसाद के परिवार और उनके सहयोगियों को तोहफे में जमीन देने या सस्ती जमीन बेचने से संबंधित है।
तेजस्वी यादव ने अपने माता-पिता से हाल में हुई पूछताछ के बाद आरोप लगाया था कि जांच एजेंसियां केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं।
तेजस्वी ने गत सोमवार को बिहार विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि यह सभी को पता है कि जांच एजेंसियां भाजपा के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ काम कर रही हैं, और उन लोगों की मदद कर रही हैं जो उस पार्टी के साथ गठबंधन करने के लिए सहमत हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है और सभी आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए समन भेजा गया है।
यादव परिवार के सदस्यों ने आरोपों से इनकार किया है।
अधिकारियों ने बताया कि चल रही जांच में एजेंसी को मिली ताजा जानकारी के आधार पर आगे की तफ्तीश के तहत नये दौर की पूछताछ हो रही है।
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