नयी दिल्ली, पांच जनवरी केंद्र ने बुधवार को कहा कि शहरों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और ओमीक्रोन स्वरूप का प्रसार प्रमुख है।
इसने यह भी उल्लेख किया कि स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के साथ ही अन्य रोगों से पीड़ित 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए कोविड रोधी टीके की एहतियाती खुराक टीके की पहली दो खुराक के ही समान होगी।
सरकार ने हालांकि कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है और सभी को सतर्क, अनुशासित तथा तैयार रहना चाहिए। इसने कहा कि देश महामारी के इस चरण का भी सामना करेगा।
इसने कहा, ‘‘शहरों में संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है। ओमीक्रोन स्वरूप का प्रसार प्रमुख है तथा संक्रमण के प्रसार की गति को कम करने के लिए सामूहिक समारोहों से बचने की आवश्यकता है।’’
अधिकारियों ने कहा, ‘‘विश्व स्तर पर कोविड के मामलों में वृद्धि हुई है। चार जनवरी को वैश्विक स्तर पर 25.2 लाख मामले दर्ज किए गए, जो महामारी की शुरुआत के बाद से सबसे अधिक हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में पिछले आठ दिनों में कोविड के मामलों में 6.3 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। संक्रमण दर में तीव्र वृद्धि हुई है और यह 29 दिसंबर के 0.79 प्रतिशत के आंकड़े से बढ़कर पांच जनवरी को 5.03 प्रतिशत तक हो गई है।’’
अधिकारियों ने कहा कि छह राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में अब 10,000 से अधिक उपचाराधीन मामले हैं।
सरकार ने कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, झारखंड और गुजरात में कोविड-19 मामलों में वृद्धि चिंता का विषय है।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘28 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक साप्ताहिक संक्रमण दर है, जबकि 43 जिलों में 5-10 प्रतिशत के बीच साप्ताहिक संक्रमण दर है।’’
केंद्र ने कहा कि भारत में 15-18 वर्ष की आयु के 1.06 करोड़ या 14.3 प्रतिशत किशोरों को कोविड रोधी की पहली खुराक दी गई है।
इसने कहा कि देश में 15-18 वर्ष आयु वर्ग के अनुमानित तौर पर 7,40,57,000 किशोर हैं और वे टीकाकरण के लिए पात्र हैं।
सरकार ने कहा जिन देशों में ओमीक्रोन स्वरूप से जुड़े मामलों में वृद्धि देखी गई है, वहां मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता अपेक्षाकृत कम देखी गई है।
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