तिरुवनंतपुरम, 18 अक्टूबर : कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने बुधवार को केरल में सत्तारूढ़ वामपंथी सरकार पर भ्रष्टाचार और प्रशासनिक कुप्रबंधन का आरोप लगाया और विरोध जताते हुए यहां राज्य सचिवालय की घेराबंदी की. एक यूडीएफ कार्यकर्ता ने बताया कि भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के अलावा यह प्रदर्शन ईंधन एवं बिजली की दरों के साथ दैनिक उपयोग के सामान की कीमतों में बढ़ोत्तरी के विरोध में भी है. गठबंधन के नेताओं के साथ विपक्षी दल के कार्यकर्ता और समर्थक बड़ी संख्या में सुबह छह बजे सचिवालय के बाहर एकत्रित हुए.
उन्होंने सचिवालय भवन के चार प्रवेश द्वारों में से तीन द्वारों में आवाजाही अवरुद्ध कर दी. यह प्रदर्शन उस दिन हो रहा है जब मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली कैबिनेट की विभिन्न मुद्दों पर बैठक होने वाली है. प्रदर्शन को लेकर बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात करने के साथ बैरिकेड लगाए गए हैं. विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) वी डी सतीसन ने सोमवार को कहा था कि यूडीएफ के स्वयंसेवक और कार्यकर्ता कथित तौर पर भ्रष्टाचार में डूबी लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार के विरोध में राज्य सचिवालय का घेराव करेंगे. यह भी पढ़ें : MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश में हाथी की चाल पर तय होंगे चुनावी नतीजे
उन्होंने आरोप लगाया, ''भ्रष्टाचार और प्रशासनिक कुप्रबंधन इस सरकार की पहचान है.'' एक यूडीएफ कार्यकर्ता के अनुसार, एलडीएफ सरकार के भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के विभिन्न उदाहरणों में करुवन्नूर बैंक घोटाला मामला, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) कैमरों की स्थापना, केएफओएन परियोजना और एक निजी कंपनी के साथ मुख्यमंत्री विजयन की बेटी की कंपनी का वित्तीय लेनदेन शामिल हैं.