विजयन ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “वह अपने बयानों से अपने इरादे साफ कर चुके हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह एलडीएफ से दूरी बनाए रखेंगे और राज्य विधानसभा में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे.” विजयन ने कहा कि वह “मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, एलडीएफ और सरकार पर लगाए गए अनवर के आरोपों को खारिज करते हैं.” उन्होंने कहा, “यह एलडीएफ और सरकार को बदनाम करने की कोशिश का हिस्सा है.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनवर द्वारा बृहस्पतिवार को लगाए गए आरोप एलडीएफ के खिलाफ विपक्ष के लगाए गए आरोपों के समान हैं. अनवर ने सत्तारूढ़ एलडीएफ के साथ अपना संबंध लगभग समाप्त करते हुए बृहस्पतिवार को विजयन पर निशाना साधा था और उन पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया . उन्होंने विजयन से गृह विभाग का प्रभार छोड़ने की मांग की थी. उन्होंने विजयन को राज्य में सोने की तस्करी के लगभग 180 मामलों की मौजूदा न्यायाधीश की निगरानी में फिर से जांच कराने का आदेश देने की चुनौती भी दी. यह भी पढ़ें : ठाणे की एक अदालत ने एक व्यक्ति को दोस्त की हत्या के आरोप से किया बरी
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अवैध रूप से विदेश से सोना लाने वालों का सोना जब्त करते समय उचित प्रक्रिया का पालन नहीं कर रही है. अनवर ने विजयन को 'धोखेबाज' तक कह दिया. नीलांबुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अनवर ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ माकपा एडीजीपी एम. आर. अजितकुमार और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव पी. शशि के खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों व शिकायतों के संबंध में उन्हें दिए गए आश्वासनों से मुकर गई है.