नयी दिल्ली, 28 नवंबर : कांग्रेस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर राज्य के लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि उनकी ‘वारंटी’ अब ‘समाप्त’ हो गई है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राज्य में हैदराबाद के बाहर विकास नहीं हुआ. उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “तेलंगाना राज्य का गठन प्रदेश के सभी क्षेत्रों और जिलों में विकास लाने के लिए किया गया था. नौ साल बाद, हैदराबाद और उसके आसपास ही विकास हुआ है.”
रमेश ने कहा कि तेलंगाना राज्य का गठन स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के मौके सुनिश्चित करने के लिए किया गया था, लेकिन नौ साल बाद भी तेलंगाना में देश में सबसे ज्यादा बेरोज़गारी दर है. उन्होंने कहा कि कांस्टेबल को छोड़कर तेलंगाना राज्य लोकसेवा आयोग के ज़रिए कोई अहम भर्ती नहीं हुई है. कांग्रेस नेता ने कहा, “तेलंगाना राज्य का गठन सामाजिक न्याय को बढ़ाने के लिए किया गया था. इसके गठन का उद्देश्य राज्य के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ी जातियों और अल्पसंख्यकों को शासन में हिस्सेदारी प्रदान करना था. नौ साल तक राज्य पर हर तरह से केसीआर, उनके बेटे, भतीजे और बेटी का नियंत्रण रहा है.” यह भी पढ़ें : गुजरात सरकार ने बेमौसम बारिश से हुए फसलों के नुकसान के आकलन के लिए सर्वेक्षण का आदेश दिया
उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले कहा, “ इन नौ वर्षों के पूर्ण विश्वासघात के बाद, लोग कह रहे हैं.... केसीआर की ‘वारंटी’ खत्म हुई. कांग्रेस की छह गारंटी के लिए समय शुरू हुआ.” कांग्रेस दक्षिणी राज्य में सत्ता में आने की कोशिश में लगी है, जबकि केसीआर नीत भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए प्रयासरत है. राज्य में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर को होने हैं, जबकि मतगणना तीन दिसंबर को होगी.