हैदराबाद, नौ नवंबर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने तेलंगाना में मेडिकल कॉलेज और नवोदय विद्यालयों जैसे किसी भी शैक्षणिक संस्थान की स्थापना के लिए मंजूरी नहीं देने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमला किया और लोगों से विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने की अपील की।
तीस नवंबर के विधानसभा चुनाव के लिए कामारेड्डी निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष राव ने दावा किया कि केंद्र की राजग सरकार ने कृषि पंप सेट पर मीटर लगाने पर जोर दिया, ताकि बिल तैयार किया जा सके, जिससे किसानों बोझ पड़ेगा, लेकिन, उन्होंने (राव) ऐसा करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने अपने निर्देश का अनुपालन नहीं करने के लिए तेलंगाना को देय राशि में 25,000 करोड़ रुपये (प्रति वर्ष 5,000 करोड़ रुपये) की कटौती की।
राव ने पूछा, ‘‘फिर, भाजपा के लोग कामारेड्डी में वोट कैसे मांग सकते हैं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘संसद में एक कानून पारित किया गया है कि हर जिले में नवोदय विद्यालय स्थापित किए जाने चाहिए। हमारे पास 33 जिले हैं। उनका गठन बहुत पहले हुआ था। इसलिए, नवोदय विद्यालय राज्य में भी होने चाहिए थे। मैंने (इस संबंध में) नरेन्द्र मोदी को 100 पत्र लिखे थे।’’
उन्होंने कहा कि बीआरएस सांसद के. केशव राव और बी.बी. पाटिल ने भी इस मुद्दे को संसद में उठाया लेकिन केंद्र ने किसी भी नवोदय विद्यालय को मंजूरी नहीं दी।
बीआरएस प्रमुख ने कहा, ‘‘हमें उस भाजपा को एक भी वोट क्यों देना चाहिए जिसने हमें एक भी नवोदय विद्यालय नहीं दिया?’’
उन्होंने कहा, हालांकि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश में 157 मेडिकल कॉलेज स्थापित किए, लेकिन तेलंगाना के लिए एक भी मेडिकल कॉलेज को मंजूरी नहीं दी।
कामारेड्डी में राव के खिलाफ कांग्रेस द्वारा अपनी राज्य इकाई के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी को मैदान में उतारने का संदर्भ देते हुए, उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने तेलंगाना के गठन का वादा किया था, लेकिन वे अपने वादे से मुकर गए थे।
राव ने कहा कि तेलंगाना के गठन के लिए उन्हें आमरण अनशन करना पड़ा था।
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