रियासी/जम्मू, 31 दिसंबर कटरा में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे युवाओं की स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मेडिकल जांच की। वहीं, जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले की त्रिकुटा पहाड़ियों में प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ मंगलवार को सातवें दिन भी माता वैष्णो देवी का आधार शिविर कटरा बंद रहा।
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने पिछले बुधवार को बंद का आह्वान करते हुए घोषणा की थी कि कटरा में सभी गतिविधियां बंद रहेंगी।
समिति के विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद मंगलवार को सातवें दिन भी सभी दुकानें, रेस्तरां और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे तथा पवित्र शहर में सड़कों से यातायात नदारद रहा।
देश के सबसे व्यस्त शहरों में से एक में बंद के कारण जनजीवन बाधित हो गया है, जहां हजारों तीर्थयात्री प्रतिदिन गुफा मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं।
श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के 18 सदस्यों की रिहाई की मांग को लेकर आठ युवक भूख हड़ताल पर हैं, जिन्हें कटरा में रोपवे परियोजना के खिलाफ विरोध मार्च के दौरान हिरासत में लिया गया था।
पिछले बुधवार को आयोजित मार्च के दौरान समिति के नेता भूपेंद्र सिंह और सोहन चंद सहित कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया।
भूख हड़ताल पर बैठे एक युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जैसे-जैसे वर्ष समाप्त हो रहा है, वैसे-वैसे गुफा मंदिर में दर्शन के लिए कटरा आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।
शहर में काउंटर और चौकियों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद, श्रद्धालु नए साल के दिन माता के धाम में दर्शन के लिए उत्साहित हैं।
राजस्थान के जयपुर निवासी देवी शरण ने कहा, “हम 23 लोगों के समूह के रूप में नए साल के दिन मंदिर में दर्शन करने आए हैं। हम अपने परिवार और देश के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।”
पिछले महीने, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और अन्य लोगों के लिए मंदिर तक पहुंच को आसान बनाने के वास्ते रोपवे स्थापित करने की योजना की घोषणा की थी। कई लोगों के लिए गुफा मंदिर तक 13 किलोमीटर लंबे रास्ते पर चढ़ना चुनौतीपूर्ण होता है।
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