श्रीनगर, 25 दिसंबर जम्मू कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कहा, ‘‘ मुझे उनकी याद आती है! पहली बार मैंने जवाहरलाल नेहरू या इंदिरा गांधी के अलावा किसी ऐसे नेता को देखा जिनका कश्मीर से भावनात्मक जुड़ाव था। वह एक ऐसे नेता थे और वह भी भाजपा से, जिन्होंने कश्मीर मुद्दे पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की कोशिश की।’’
अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने पूर्व प्रधानमंत्री को "कश्मीर में उम्मीद का एक नया अध्याय" खोलने का श्रेय दिया। उमर फारूक, वाजपेयी सरकार के साथ बातचीत करने वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रमुख नेताओं में से एक थे।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव गुलाम अहमद मीर ने कहा कि वाजपेयी ने संघ परिवार की विचारधारा को सार्वजनिक सेवा में प्रतिबिंबित नहीं होने दिया।
मीर ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता संग्राम के बाद के सभी नेताओं में से अटल बिहारी वाजपेयी ने राजनीति में अपनी दक्षता साबित की। एक अलग एजेंडे वाली पार्टी से जुड़े होने के बावजूद उन्होंने कभी इसे जन सेवा में नहीं आने दिया। पूरा देश जानता है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि उनमें इतनी क्षमता है कि एक दिन वह देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।’’
मीरवाइज ने वाजपेयी की दूरदर्शिता और ‘‘मानवतावादी दृष्टिकोण’’ की सराहना की।
शोभना अविनाश
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