बेंगलुरु, 15 जनवरी भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के साथ साझेदारी कर टाटा समूह बेंगलुरु में टाटा आईआईएससी मेडिकल स्कूल की स्थापना करेगा।
टाटा समूह ने 14 जनवरी को हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन में मेडिकल स्कूल की स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपये का योगदान देने पर सहमति व्यक्त की है।
इस अवसर पर टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य सेवा भारत की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है और इसके साथ ये सबसे बड़े अवसरों में से भी एक है, क्योंकि इससे प्रौद्योगिकी यहां स्वास्थ्य संबंधित निदान से लेकर देखभाल और सामुदायिक स्वास्थ्य तक हर चीज को बदलने में सक्षम होगी।’’
उन्होंने समय के साथ अत्याधुनिक अनुसंधान और वैश्विक सहयोग पर संस्थान के जोर देने से आधुनिक चिकित्सा के नवीनतम तरीकों में प्रशिक्षित चिकित्सक-वैज्ञानिकों का उच्च योग्य कैडर तैयार होने की भी उम्मीद व्यक्त की।
आईआईएससी के निदेशक प्रोफेसर जी. रंगराजन ने कहा, ‘‘विज्ञान और इंजीनियरिंग में एक शताब्दी के योगदान के बाद अब हमारे पास चिकित्सा में नयी संभावनाएं तलाशने का अनूठा अवसर है।’’
उनके अनुसार, टाटा और आईआईएससी के पास उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता की एक सदी पुरानी विरासत है।
टाटा समूह द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मेडिकल स्कूल ओन्कोलॉजी, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, मधुमेह और चयापचय संबंधी विकार, संक्रामक रोग, एकीकृत चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य सहित विभिन्न विशेषज्ञताओं पर ध्यान केंद्रित करेगा।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि टाटा आईआईएससी मेडिकल स्कूल चिकित्सक-वैज्ञानिकों और चिकित्सा प्रौद्योगिकीविदों का एक नया कैडर तैयार करने के लिए एकीकृत एमडी-पीएचडी और अन्य दोहरी डिग्री कार्यक्रम प्रदान करेगा।
इन छात्रों को मेडिकल स्कूल के साथ आईआईएससी में विज्ञान और इंजीनियरिंग प्रयोगशालाओं में एक साथ प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसमें वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा प्रक्रियाओं को जोड़ा जाएगा।
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