जम्मू कश्मीर उप निरीक्षक भर्ती घोटाला: सीबीआई ने बीएसएफ के कमांडेंट को गिरफ्तार किया
सीबीआई (Photo Credits: PTI)

नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) द्वारा पुलिस उप-निरीक्षकों की भर्ती में अनियमितताओं के आरोप में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कमांडेंट (चिकित्सा) करनैल सिंह को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सिंह ने कथित तौर पर दलालों के साथ साजिश की, और इसके तहत उनमें से एक के माध्यम से अपने बेटे के लिए एक लीक प्रश्न पत्र की व्यवस्था की. अधिकारियों ने बताया कि सिंह को मंगलवार को हिरासत में लिया गया था और उन्हें जम्मू में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. जांच के दौरान, सीबीआई ने पाया कि सिंह ने कथित तौर पर दलालों के साथ साजिश करते हुए उनके जरिए अपने बेटे के लिए एक लीक प्रश्न पत्र का इंतजाम किया. परीक्षा के दिन 27 मार्च की सुबह जम्मू के गंग्याल के एक मकान में कथित तौर पर प्रश्न पत्र उन्हें मुहैया कराया गया था. आरोप है कि कुछ अन्य अभ्यर्थियों को भी परीक्षा से चंद घंटे पहले सिंह के आवास पर लीक हुआ प्रश्नपत्र मिला.

सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘आरोप लगाया गया था कि आरोपी ने सबूत नष्ट करने के जानबूझकर किए गए प्रयास में (अपने) आधिकारिक वाहन की लॉग बुक में हेरफेर और छेड़छाड़ की और जांच के दौरान भी बचते रहे.’’ बयान के मुताबिक जांच से पता चला है कि इच्छुक अभ्यर्थियों और उनके परिवारों द्वारा परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र तक पहुंचने के लिए कथित तौर पर 20 से 30 लाख रुपये का भुगतान किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिकी में जम्मू कश्मीर के अखनूर में एक कोचिंग संस्थान के मालिक अविनाश गुप्ता और बेंगलुरु की एक कंपनी का भी नाम शामिल है. जम्मू कश्मीर प्रशासन ने जुलाई में अनियमितताओं के आरोपों के बाद पुलिस उप-निरीक्षक भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया था और चयन प्रक्रिया मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. आरोप है कि 27 मार्च को आयोजित लिखित परीक्षा में अनियमितताएं हुई थीं. यह भी पढ़ें : Ghaziabad: ऑफिस में चेयर पर बैठे-बैठे जिम ट्रेनर को आया हार्ट अटैक, चंद सेकंड में गई जान- Video

सीबीआई ने पांच अगस्त को छापेमारी के बाद एक बयान में कहा, ‘‘परीक्षा के नतीजों की घोषणा चार जून, 2022 को हुई थी. परीक्षा में कदाचार के आरोप लगे थे. जम्मू कश्मीर सरकार ने मामले में एक जांच समिति का गठन किया था.’’ बयान में कहा गया, ‘‘आरोप थे कि आरोपियों ने जेकेएसएसबी के अधिकारियों, बेंगलुरु की निजी कंपनी, लाभार्थी उम्मीदवारों एवं अन्य के साथ साजिश रची और उप-निरीक्षक पद के लिए लिखित परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं कीं.’’ बयान में कहा गया है कि जांच रिपोर्ट में यह पता चला कि जम्मू, राजौरी और सांबा जिलों से चयनित उम्मीदवारों का ‘‘असमान्य रूप से अधिक प्रतिशत’’ था. बयान के अनुसार, ‘‘प्रश्न पत्र तैयार करने का जिम्मा बेंगलुरु की निजी कंपनी को सौंपे जाने में भी जेकेएसएसबी द्वारा कथित रूप से नियमों का उल्लंघन पाया गया.’’