नयी दिल्ली, 28 अगस्त जेके लक्ष्मी सीमेंट लिमिटेड के शेयरधारकों ने अन्य कंपनियों के साथ लेनदेन की सीमा 10,000 करोड़ रुपये करने का विशेष प्रस्ताव नामंजूर कर दिया है।
कंपनी के शेयरधारकों की 24 अगस्त को हुई सालाना आमसभा में इस प्रस्ताव को सिर्फ 71.10 प्रतिशत मत ही मिल पाए, जबकि इस तरह के विशेष प्रस्ताव के लिए न्यूनतम 75 प्रतिशत मत जरूरी हैं।
कंपनी ने सोमवार को शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि इसमें कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 186 के तहत निवेश, उधारी देने, गारंटी देने के लिए कंपनी की तरफ से निर्धारित राशि की सीमा बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव रखा गया था।
प्रॉक्सी सलाहकार फर्म आईआईएएस ने शेयरधारकों को इस प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने का सुझाव देते हुए कहा था कि 2,650 करोड़ रुपये की मौजूदा सीमा को तिगुना बढ़ाने का प्रस्ताव रखने के पहले प्रबंधन को इसके बारे में विशेष जानकारियां देनी चाहिए थीं।
हालांकि, सलाहकार फर्म की एक अन्य सलाह के विपरीत शेयरधारकों ने जेके लक्ष्मी सीमेंट के चेयरमैन भरत हरि सिंघानिया के वर्ष 2022-23 के लिए वेतन भुगतान संबंधी प्रस्ताव को 85.29 प्रतिशत मतों के साथ मंजूरी दे दी।
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