देश की खबरें | जदयू ने महागठबंधन में दरार की अटकलों को खारिज किया

पटना, आठ जुलाई बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार ने शनिवार को महागठबंधन में दरार आने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। लगभग एक साल पहले भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने के बाद जदयू महागठबंधन में शामिल हो गयी थी।

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ एक ताजा आरोपपत्र दाखिल किये जाने के बाद अटकलों का बाजार गर्म है, क्योंकि तेजस्वी महागठबंधन के सबसे बड़े दल राजद के नेता हैं और जिनका नाम होटलों के लिए भूमि घोटाले में आ चुका है जिसके चलते नीतीश कुमार ने वर्ष 2017 में संबंध तोड़ लिये थे।

इसके अलावा शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर के विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पाठक के साथ विवाद में शामिल रहे हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री का विश्वासप्राप्त समझा जाता है।

यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा, “महागठबंधन के भीतर कोई समस्या नहीं है। ये सभी अफवाहें भाजपा द्वारा फैलाई गई हैं जो हमारे नेता द्वारा शुरू किए गए विपक्षी एकता अभियान को मिली गति से हताशा में हैं।’’

उन्होंने भाजपा और उसके मौजूदा और भावी सहयोगियों के नेताओं के उन दावों का मजाक उड़ाया जिसमें कहा गया है कि जदयू के कई विधायक और सांसद उनके संपर्क में थे और वे पाला बदलने के लिए तैयार थे।

जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने मीडिया कर्मियों से अलग से बात करते हुए इसी तरह के विचार व्यक्त किये। यहां तक कि उन्होंने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की है कि नाराज शिक्षा मंत्री तब से अपने कार्यालय नहीं जा रहे हैं, जब से विभाग ने एक पत्र जारी कर उनके निजी सचिव को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया है।

पूर्व मंत्री और जदयू के विधान परिषद सदस्य ने कहा, ‘‘शिक्षा विभाग एक बहुत व्यस्त विभाग है। शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से प्रतिनिधि होने के नाते इसे मैं जानता हूं। लेकिन यह मंत्रिपरिषद से जुड़ा मामला है और इस पर मेरा अधिक बोलना उचित नहीं होगा।’’

भाजपा के साथ दो दशक पुराने गठजोड़ को वर्ष 2013 में तोड़ने वाले नीतीश कुमार चार साल पहले फिर राजग में लौट आए थे और मीडिया के एक वर्ग ने यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 'एक और यू टर्न' का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।

दिन में नीतीश कुमार के अपने गृह जिले नालंदा स्थित राजगीर के दौरे ने भी अफवाहों के बाजार को गर्म कर दिया और तीर्थनगरी में प्रवास के दौरान सत्तर वर्षीय नेता के 'बड़े फैसलों' को याद किया है।

मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, कुमार एक महीने तक चलने वाले धार्मिक मेले की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए नालंदा में हैं।

नीरज कुमार ने भाजपा की इस मांग पर नाराजगी जताई कि नीतीश कुमार तेजस्वी यादव का इस्तीफा लें या उन्हें बर्खास्त करें ।

जद (यू) नेता ने पूछा, ''और महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के बारे में क्या कहना, जहां वो नेता जिन पर पहले पार्टी भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही थी, उनमें से कई नेता अब उसके मंत्रिमंडल के सम्माननीय सदस्य हैं।''

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