श्रीनगर, 18 अगस्त : नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि पार्टी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले चरण की अधिसूचना जारी होने के बाद करेगी. जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे. पहले चरण के लिए अधिसूचना 20 अगस्त को जारी की जाएगी और मतदान 18 सितंबर को होगा.
अब्दुल्ला ने यहां संवाददाताओं से कहा, “चुनावों की घोषणा हुए अभी दो दिन भी नहीं हुए हैं. हमें कुछ समय दीजिए, हम तैयारी कर रहे हैं. पहले चरण के लिए अधिसूचना 20 अगस्त को जारी की जाएगी. हम उसके बाद अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे.” उनसे पूछा गया कि पार्टी चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कब करेगी. भाजपा के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि नेकां अति आत्मविश्वास दिखा रही है, अब्दुल्ला ने एक निजी टीवी समाचार चैनल से कहा कि चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा में उनकी पार्टी अपनी पहली कार्रवाई के रूप में जम्मू-कश्मीर सदन में राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा छीनने के केंद्र के फैसले के खिलाफ प्रस्ताव पारित करेगी. नेकां नेता ने कहा कि भाजपा को आत्मविश्वास की बात करना शोभा नहीं देता. यह भी पढ़े : चोरी का स्कूटर लेकर भागने का प्रयास करते नाबालिगों को रोकने की कोशिश में पुलिसकर्मी घायल
उन्होंने कहा, “भाजपा ने अति आत्मविश्वास का नया उदाहरण पेश किया है. लोकसभा चुनाव में 400 पार का नारा किसने दिया था? मैंने नहीं. यह भाजपा का नारा था. फिर उन्होंने 370 (सीटों) की बात की, लेकिन वे कहां रुके? 240 पर. भाजपा के लिए बेहतर है कि वह अति आत्मविश्वास की बात न करे." उन्होंने कहा, "मैंने सिर्फ इतना कहा है कि हमें उम्मीद है कि अगर लोग हमारा समर्थन करेंगे तो हमें शासन करने का मौका मिलेगा. हम उन सीटों की संख्या नहीं गिन रहे हैं जो भाजपा को हमेशा मिलती रही हैं, मुझे याद है कि 2014 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने 45 सीटें कही थीं. भाजपा को इस बारे में बात करना शोभा नहीं देता. उन्हें अपने बारे में बात करने दीजिए और हमें अपने बारे में बात करने दीजिए." इस बीच करनाह से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के पूर्व विधायक जाविद मिरचल नेकां में शामिल हो गए और अब्दुल्ला तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका पार्टी में स्वागत किया.
नेकां उपाध्यक्ष ने कहा, “यह नेकां का सौभाग्य है कि ऐसा नेता, जो लोगों से जुड़ा हुआ है और जिसका लोगों के साथ करीबी रिश्ता है, आज नेकां में शामिल हुआ है. यह इस बात का भी संकेत है कि हवा किस तरफ बह रही है.” उन्होंने कहा कि मिरचल ने पार्टी में शामिल होने के लिये कोई शर्त नहीं रखी. अब्दुल्ला ने कहा, “कोई सौदेबाजी नहीं हुई. जब वह मुझसे मिले तो उन्होंने केवल करनाह के लोगों के बारे में बात की. उन्होंने केवल इतना कहा कि क्षेत्र का विकास होना चाहिए और वास्तविक प्रतिनिधित्व होना चाहिए तथा लोगों के मुद्दों का समाधान किया जाना चाहिए. हमने उन्हें आश्वासन दिया है कि यदि ईश्वर की इच्छा हुई और नेकां सरकार बनाने में सक्षम हुई, तो निश्चित रूप से हम करनाह के मुद्दों का समाधान करेंगे.”