पुंछ/जम्मू, 23 दिसंबर श्रीलंका में 1987 से 1990 के बीच तैनात भारतीय शांति सेना के शहीद हुए एक जवान के भाई ने द्विपीय देश जाकर कब्र पर फातिहा पढ़ने और उसकी मरम्मत करवाने की इच्छा जताई है।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मेंढर तहसील के चुंगन गांव के रहने वाले शाह वली के बेटे मोहम्मद ताज 1989 में भारतीय सेना की जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) इकाई में सेवा करते समय शहीद हो गए थे।
मोहम्मद ताज श्रीलंका में गृह युद्ध के दौरान तैनात भारतीय शांति सेना (आईपीकेएफ) का हिस्सा थे। उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया था, हालांकि विभिन्न कारणों से उनके शव को श्रीलंका में ही दफना दिया गया था।
अब उनके भाई मोहम्मद आजम ने केंद्र सरकार से उन्हें श्रीलंका जाने की सुविधा देने की अपील की है।
आजम ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘मैं वहां फातिहा पढ़ना चाहता हूं और यह देखना चाहता हूं कि मेरे भाई के बलिदान के सम्मान में बनाए गए कब्र का उचित रखरखाव किया जा रहा है या नहीं।’’
उन्होंने कब्र के जीर्णोद्धार के लिए भारतीय सेना और सरकार से मदद की भी गुहार लगाई।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)