भद्रवाह/जम्मू, 26 जून जम्मू-कश्मीर में डोडा जिले के एक वन क्षेत्र में बुधवार को छह घंटे से अधिक समय तक हुई मुठभेड़ में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े तीन आतंकवादी मारे गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, पर्वतीय जिले में 11 और 12 जून को हुए दोहरे आतंकवादी हमले के बाद पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा गहन तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर गंडोह क्षेत्र के बजाद गांव में गोलीबारी शुरू हुई जिसमें एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया।
चत्तरगल्ला में एक संयुक्त जांच चौकी पर 11 जून को आतंकियों के हमले में छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे, जबकि अगले दिन गंडोह क्षेत्र के कोटा टॉप पर आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था।
दोहरे आतंकी हमले के बाद से घाटी में सुरक्षाबलों ने आतंकवाद रोधी अभियान तेज कर दिया है। उन चार आतंकवादियों पर पांच-पांच लाख रुपये का नकद इनाम भी घोषित किया गया है जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे घुसपैठ के बाद जिले में सक्रिय हैं।
अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों की मदद से पुलिस ने सिनू पंचायत गांव में आंतकवादियों के खिलाफ अभियान चलाया, लेकिन एक 'ढोक' (मिट्टी के घर) में छिपे आतंकवादियों की ओर से भारी गोलीबारी की गई। उन्होंने कहा कि एक आतंकी ने बाहर आकर सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी जो जवाबी कार्रवाई में मारा गया।
अधिकारियों ने कहा कि बाद में सुरक्षाबलों ने दो और आतंकवादियों को भी मार गिराया। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों के पास से दो एम4 कार्बाइन और एके सीरीज की एक असॉल्ट राइफल समेत भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद मिला।
उन्होंने बताया कि फिलहाल मारे गए आतंकवादियों की पहचान नहीं हो सकी है और उनके समूह के बारे में भी स्पष्ट पता नहीं चला है।
हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करने वाले ये आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे और संभवत: पाकिस्तान के रहने वाले थे।
अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान निगरानी के लिए सेना का एक हेलीकॉप्टर भी इलाके में लगातार चक्कर लगाता रहा।
उन्होंने बता कि शाम करीब चार मुठभेड़ बजे खत्म हो गई लेकिन क्षेत्र में अन्य आतंकवादियों की मौजूदगी का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन, डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक श्रीधर पाटिल और डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जाविद इकबाल अभियान की निगरानी के लिए मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे।
इस महीने जम्मू क्षेत्र में यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले 11 और 12 जून को कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में 15 घंटे तक चले अभियान में दो पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए थे और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान शहीद हो गया था।
जम्मू में आतंकी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है। इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी आकाओं द्वारा क्षेत्र में आतंकवाद को फिर से सक्रिय करने और शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
नौ जून को, आतंकवादियों ने रियासी जिले में शिव खोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की एक बस पर हमला किया था। इस हमले में वाहन के चालक और परिचालक सहित नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 अन्य घायल हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि एहतियातन गंडोह और आसपास के इलाकों में मोबाइल इटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
इस बीच, राजौरी जिले के चिंगस इलाके के पिंड गांव में एक चीनी हथगोला मिला।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों के गश्ती दल को मंगलवार देर शाम यह हथगोला मिला।
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