
जम्मू, 9 मार्च : जम्मू कश्मीर में नवजात मृत्यु दर (एनएमआर) प्रति 1,000 जन्म पर 9.8 पर पहुंच गई है, जो 13.3 अंकों की कमी है, जबकि जन्म के समय लिंग अनुपात में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है जो 923 से 976 हो गया है. आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली. जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा छह मार्च को विधानसभा में पेश 2024-25 की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) भी घटकर 16.3 हो गई, जो 16.1 अंकों की गिरावट है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार सभी स्तरों पर बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे को बढ़ाने के लिए अपने प्रयास जारी रखे हुए है, जिसमें मानव संसाधन और चिकित्सा उपकरण शामिल हैं, ताकि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा सके. नीति आयोग द्वारा जारी एसडीजी भारत सूचकांक 2023-24 के अनुसार, जम्मू और कश्मीर ‘‘प्रदर्शन करने वाला’’ की श्रेणी से आगे बढ़कर ‘‘अग्रणी’’ की श्रेणी में आ गया है, जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र का स्कोर 70 से बढ़कर 78 हो गया है. यह भी पढ़ें : Jabalpur Shocker: जबलपुर में ₹500 के लिए हत्या, शराब के लिए पैसे नहीं देने पर नाती ने बुआ की गला घोंटकर ली जान
सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया कि रोकथाम योग्य बीमारियों के खिलाफ पूर्ण टीकाकरण वाले बच्चों का प्रतिशत बढ़कर 96.5 प्रतिशत हो गया है. इसमें कहा गया कि जम्मू कश्मीर में जन्म के समय जीवन प्रत्याशा 74.3 वर्ष तक पहुंच गई है जो कि केरल और दिल्ली के बाद देश में सबसे अधिक है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 वर्ष है.