नयी दिल्ली, छह जुलाई विदेश मंत्री एस. जयशंकर बुधवार से तीन दिन की यात्रा पर रूस जाएंगे जहां कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के साथ ही क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर चर्चा होने की संभावना है।
विदेश मंत्रालय ने दौरे की घोषणा करते हुए कहा कि जयशंकर और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के बीच वार्ता में कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई में सहयोग एवं अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श हो सकता है।
इससे पहले सूत्रों ने बताया कि जयशंकर के दौरे का उद्देश्य वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारी करना और अफगानिस्तान में तेजी से उभरती परिस्थितियों पर चर्चा करना है।
एमईए ने बयान जारी कर कहा, ‘‘बातचीत में कोविड-19 महामारी से लड़ाई के खिलाफ सहयोग तथा विभिन्न क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।’’
सात जुलाई से नौ जुलाई के दौरे में जयशंकर उप प्रधानमंत्री यूरी बोरीसोव से मुलाकात करेंगे जो भारत-रूस वाणिज्य, अर्थ, वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक सहयोग पर अंतर सरकारी आयोग में उनके समकक्ष हैं।
वह अंतरराष्ट्रीय मामलों पर स्टेट डूमा कमिटी के अध्यक्ष लियोनाद स्लत्सकी से भी मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि जयशंकर मॉस्को में प्रतिष्ठित प्रीमाकोव इंस्टीट्यूट ऑफ वर्ल्ड इकोनॉमी एंड इंटरनेशनल रिलेशंस में ‘बदलती दुनिया में भारत-रूस संबंध’ पर व्याख्यान भी देंगे।
भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन पिछले वर्ष कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित हो गया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)