कोलंबो, 26 मार्च विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय वार्ता और बिम्सटेक कार्यक्रमों के लिए अगले सप्ताह श्रीलंका पहुंचेंगे। भारतीय उच्चायोग ने शनिवार को यह जानकारी दी।
श्रीलंका को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत द्वारा आर्थिक राहत पैकेज देने के बाद से जयशंकर की श्रीलंका की यह पहली यात्रा होगी।
भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्री जयशंकर 28-30 मार्च को द्विपक्षीय और बिम्सटेक कार्यक्रमों के लिए श्रीलंका का दौरा करेंगे।’’
भारत और श्रीलंका के अलावा, बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) में बांग्लादेश, म्यांमा, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। शिखर सम्मेलन की मेजबानी श्रीलंका द्वारा सात देशों के समूह बिम्सटेक के अध्यक्ष के रूप में की जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिम्सटेक समूह के डिजिटल तरीके से आयोजित शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। समूह के सदस्य देशों द्वारा अपास में आर्थिक जुड़ाव के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है।
यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब श्रीलंका विदेशी मुद्रा संकट का सामना कर रहा है क्योंकि महामारी ने द्वीपीय राष्ट्र की पर्यटन से आमदनी को प्रभावित किया है। भारत ने जनवरी के मध्य से, मुद्रा विनिमय, पुनर्भुगतान और ईंधन की खरीद और आवश्यक आयात के लिए समर्पित क्रेडिट लाइन के रूप में आर्थिक राहत प्रदान की है।
जयशंकर का यह दौरा ऐसे समय होगा जब संकट से निपटने में श्रीलंका सरकार की नाकामी पर जनता का आक्रोश खुलकर सामने आया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)