नयी दिल्ली, 24 मई भारतीय फुटबॉल टीम की पहली पसंद के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने कहा कि उनके और अमरिंदर सिंह के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है लेकिन दोनों के लिये मैदान पर रहने से ज्यादा महत्वपूर्ण मैच जीतना है।
इस साल की शुरुआत में इंफाल में तीन देशों के टूर्नामेंट में भारत ने म्यामां को 1-0 से और किर्गिस्तान को 2-0 से हराकर खिताब जीता था और टूर्नामेंट में गुरप्रीत और अमरिंदर दोनों ने संयुक्त रूप से ‘टूर्नामेंट के गोलकीपर’ का पुरस्कार जीता।
गुरप्रीत ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं। टीम में स्थानों के लिए प्रतिस्पर्धा है लेकिन हम भाइयों की तरह हैं और हम सभी जानते हैं कि हमारे में से कोई भी किसी निश्चित दिन टीम के लिए काम कर सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश के लिए खेलना सम्मान की बात है और जब भी मौका मिले हमें इसके साथ न्याय करना चाहिए। बेशक, जब भी वे खुद को प्रस्तुत करते हैं तो हम एक दूसरे को ऐसे अवसरों के लिए सही फ्रेम में रहने में मदद करते हैं। कुल मिलाकर इच्छा टीम को जीतते हुए देखने की है, सिर्फ मैदान पर रहने की नहीं।’’
गुरप्रीत का मानना है कि अगले साल होने वाले एएफसी एशियाई कप से पहले लगातार टूर्नामेंट खेलना भारतीय टीम के लिए ‘बहुत अच्छा’ है।
टीम कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने की तैयारी कर रही है जिसमें - भुवनेश्वर में इंटरकॉन्टिनेंटल कप, बेंगलुरू में सैफ चैंपियनशिप, थाईलैंड में किंग्स कप (सितंबर) और मलेशिया में मर्डेका कप (अक्टूबर) शामिल हैं।
कतर में जनवरी-फरवरी में होने वाले एशियाई कप की तैयारी कर रही भारतीय टीम इंटरकॉन्टिनेंटल कप से पहले भुवनेश्वर में प्रशिक्षण शिविर में कड़ी मेहनत कर रही है।
गुरप्रीत का मानना है कि यह खिलाड़ियों के लिए अपने कौशल को निखारने का अच्छा मौका है।
गुरप्रीत ने ‘द-एआईएफएफ.कॉम’ कहा, ‘‘लगातार टूर्नामेंटों का आयोजन हमारे लिए बहुत अच्छा है। हमें अच्छी संख्या में मुकाबलों में खेलना है और यह ऐसी चीज है जिसकी मैं व्यक्तिगत रूप से सराहना करता हूं। मुझे नहीं लगता कि हमने पहले कभी ऐसा किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के टूर्नामेंट हमेशा एक चुनौती होते हैं लेकिन वे अच्छी टीमों के खिलाफ हमारे कौशल को निखारने और खिताब जीतने का एक बड़ा अवसर भी पेश करते हैं।’’
इस गोलकीपर ने कहा, ‘‘एशियाई कप हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमें मिलने वाले हर अवसर पर अधिक प्रतिस्पर्धी खेल खेलने की जरूरत है जो एशियाई कप की तैयारी में हमारे लिए अच्छा होगा।’’
भारत ने 40 खिलाड़ियों के साथ भुवनेश्वर में शिविर शुरू किया जिसे कोचिंग स्टाफ में मार्गदर्शन में ट्रेनिंग के बाद 27 खिलाड़ियों का कर दिया जाएगा।
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