पॉक्सो मामले में अगर येदियुरप्पा जल्द ही CID के सामने पेश हों तो अच्छा होगा: गृह मंत्री परमेश्वर
BS Yediyurappa | FB

बेंगलुरु, 14 जून : कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) मामले में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है और 'अच्छा' होगा कि वह जल्द ही बेंगलुरु लौट आएं और अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) के सामने पेश हों. सीआईडी इस मामले की जांच कर रही है. खबरों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता नयी दिल्ली में किसी 'अज्ञात' स्थान पर चले गये हैं. परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा, ''वारंट जारी कर दिया गया है, उन्हें लाया जाएगा और उनसे जानकारी एकत्र की जाएगी. कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.'' येदियुरप्पा के ठिकाने के बारे में पूछे जाने पर परमेश्वर ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि वे दिल्ली गये हैं और 17 जून को वापस आएंगे. उन्होंने कहा, ''अब जबकि वारंट जारी हो गया है तो अच्छा होगा कि वह जल्द वापस आ जाएं.''

बेंगलुरु की एक अदालत ने बृहस्पतिवार को येदियुरप्पा के खिलाफ पॉक्सो के एक मामले में गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. भाजपा नेता के खिलाफ 14 मार्च को यह मुकदमा दर्ज हुआ था. सीआईडी के विशेष जांच दल ने बुधवार को पूछताछ के लिए येदियुरप्पा के पेश नहीं होने पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की मांग करते हुए 'फास्ट ट्रैक' अदालत का दरवाजा खटखटाया था. येदियुरप्पा ने जांच में शामिल होने के लिए समय मांगा था. भाजपा द्वारा सत्तारूढ़ कांग्रेस पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाये जाने पर परमेश्वर ने कहा, ''वे इस तरह की ही बातें करेंगे, उनके पास कहने के लिए और है ही क्या?'' यह भी पढ़ें : जवान सीमा पर कठिन परिस्थितियों के बावजूद भी बिना थके अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं: धनखड़

यह पूछने पर कि पुलिस तीन महीने तक क्यों 'चुप' रही और लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद अब अचानक मामले पर कार्रवाई कर रही है, जिस पर मंत्री ने कहा, ''जांच चल रही थी, एफएसएल रिपोर्ट आनी बाकी थी. प्रक्रिया के तौर पर जो किया जाना था, वह किया जा रहा है क्योंकि वह (येदियुरप्पा) एक वरिष्ठ नेता हैं, एक वीआईपी हैं. इसलिए उचित सत्यापन के बाद वे (पुलिस) आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि अगर कुछ भी गलत हुआ तो सारी जिम्मेदारी उन पर आ जाएगी.'' कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाल ही में बेंगलुरु दौरे के दौरान येदियुरप्पा की गिरफ्तारी के लिए कथित तौर पर निर्देश दिए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर परमेश्वर ने अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा, '' नहीं, वह (राहुल) इसमें खुद को क्यों शामिल करेंगे? केवल कहानी गढ़ने से कोई फायदा नहीं है. यह एक स्थानीय मुद्दा है, किसी का कोई दबाव नहीं है.''

इस बीच, सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा की कर्नाटक इकाई ने कहा कि लोकसभा चुनावों में 'अपमानजनक हार' के बाद सत्ता पक्ष के नेता भाजपा के खिलाफ विभिन्न साजिश रचने में व्यस्त हो गए हैं. पार्टी इकाई ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''भाजपा से मिली हार से हताश होकर कांग्रेस अब एक मानसिक रूप से बीमार महिला की शिकायत के आधार पर हमारे सम्मानित नेता येदियुरप्पा को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है. यह ऐसे समय में हुआ जब राहुल गांधी को भाजपा की कर्नाटक इकाई के खिलाफ गलत सूचना फैलाने के लिए अदालती कार्यवाही का सामना करना पड़ा.'' पार्टी के मुताबिक, ''गृह मंत्री परमेश्वर ने पहले खुद ही कहा था कि मानसिक रूप से बीमार महिला की शिकायत दुर्भावनापूर्ण और निराधार है. यह बेतुका है कि तीन महीने बाद मामले को फिर से शुरू किया जा रहा है.''

भाजपा ने कहा, ''सरकार महिला द्वारा दर्ज कराई गई 53 शिकायतों में से केवल येदियुरप्पा जी पर ही ध्यान क्यों दे रही है. इन शिकायतों में उसके अपने बच्चों और पति का नाम भी शामिल है. शिकायत दर्ज होने के तीन महीने बाद अचानक गिरफ्तारी की साजिश क्यों रची गई? अगर दिल्ली में कांग्रेस के नेता ऐसी घृणित, प्रतिशोधी राजनीति करते हैं और येदियुरप्पा जी को निशाना बनाते हैं तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस कर्नाटक से बाहर हो जाएगी.'' पुलिस के मुताबिक, 17 वर्षीय एक लड़की की मां की शिकायत के आधार पर येदियुरप्पा के खिलाफ पॉक्सो और भारतीय दंड संहिता की धारा 354 ए (यौन उत्पीड़न) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि इस साल दो फरवरी को येदियुरप्पा ने यहां डॉलर कॉलोनी में अपने आवास पर मुलाकात के दौरान उनकी बेटी का यौन उत्पीड़न किया था.