मुम्बई, 14 दिसंबर महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा कहीं न कही उन लागों को ‘नक्सली या आतंकवादी’ के रूप में पेश कर देना चाहती है जो गरीबों और किसानों के पक्ष में आवाज उठाते हैं।
राज्य के मंत्री और राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने एक वीडियो संदेश में आरोप लगाया कि भाजपा के नेता ‘‘नक्सली, शहरी नक्सली और खालिस्तानी’’ शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं और तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किसानों द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन में चीन और पाकिस्तान का हाथ होने का भी दावा कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ यह दर्शाता है कि भाजपा कहीं न कही उन लागों को ‘नक्सली या आतंकवादी’ के रूप में पेश कर देना चाहती है जो गरीबों, किसानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के पक्ष में आवाज उठाते हैं। यह पहली बार नहीं हो रहा है। भाजपा धनवानों की पार्टी है जो व्यापारियों के साथ खड़ा रहना चाहती है। यह भाजपा का इतिहास रहा है। ’’
मलिक ने कहा कि गरीबों, किसानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को इस तरह पेश करना भाजपा की ‘खतरनाक चाल’ है।
शरद पवार की अगुवाई वाली राकांपा महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के साथ सत्ता में शामिल है।
हाल में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि यह आंदोलन अब किसानों का आंदोलन नहीं रहा क्योंकि इसमें ‘‘वामपंथी एवं माओवादी शामिल हो गए हैं’’ एवं अब उन लोगों को रिहा करने की मांग की जा रही है जो राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में जेल में हैं।
एक अन्य केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के भाजपा नेता रावसाहब दानवे ने किसान आंदोलन के पीछे चीन एवं पाकिस्तान का हाथ बताया था। उनके इस बयान से विवाद उत्पन्न हो गया था।
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